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RTO के नए निर्देश पर हुआ विवाद, 3 दिन से कार्यालय में काम ठप, कियोस्क संचालकों ने किया विरोध - Bhopal Kiosk Operators Strike

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 13, 2024, 10:38 PM IST

भोपाल आरटीओ में नए अधिकारी के आने के बाद वाहन के नामांतरण या स्थानांतरण के नियम में बदलाव के निर्देश पर कियोस्क संचालकों ने विरोध जताया है और काम करना बंद कर दिया है. जिससे आरटीओ कार्यालय में 3 दिनों से काम ठप पड़ गया है.

BHOPAL KIOSK OPERATORS STRIKE
आरटीओ के नए निर्देश पर हुआ विवाद कियोस्क संचालकों ने किया विरोध प्रदर्शन (ETV Bharat)

भोपाल। राजधानी में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी जितेंद्र शर्मा के दिए गए नए निर्देश पर विवाद शुरू हो गया है. उनके जारी किए गए नए निर्देश को तुगलकी फरमान बताया जा रहा है और इससे परेशान होकर एजेंट और कियोस्क संचालकों ने काम बंद कर दिया है. जिससे बीते 3 दिनों से आरटीओ कार्यालय में जनता से जुड़े कोई काम नहीं हो रहे हैं. वहीं, एजेंट और कियोस्क संचालकों ने जितेंद्र शर्मा के फरमान को नियम विरुद्ध बताते हुए विधायक रामेश्वर शर्मा और परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह को पत्र भी लिखा है.

आरटीओ के नए नियम से शुरू हुआ विवाद

कोई भी वाहन खरीदते या बेचते समय क्रेता और विक्रेता को आरटीओ कार्यालय में उपस्थित होना अनिवार्य नहीं है. यानी कि नामांतरण या स्थानांतरण के दौरान केवल गाड़ी का होना अनिवार्य है. लेकिन क्रेता या विक्रेता की जगह उनका कोई प्रतिनिधि भी आरटीओ कार्यालय में उपस्थित होकर उक्त वाहन का नामांतरण या स्थानांतरण करा सकता है. लेकिन नए आरटीओ ने नया फरमान जारी किया है. इसके तहत वाहन के साथ क्रेता और विक्रेता को उपस्थित होना अनिवार्य कर दिया है. बताया गया है कि वाहन के साथ क्रेता और विक्रेता का फोटो लगाना पड़ेगा. इसके साथ ही एजेंट का फोटो भी फार्म में लगाया जाएगा. इसको लेकर एजेंट और कियोस्क संचालक आरटीओ के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. उनका कहना है कि जब एनआईसी के माध्यम से पहले ही पारदर्शी व्यवस्था है, तो फिर नए नियम बनाने की क्या जरूरत है.

मुख्यमंत्री से भी हो चुकी है शिकायत

शिकायतकर्ता प्रदीप खंडेलवाल ने बताया कि इस मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी ईमेल के माध्यम से शिकायत कर चुके हैं. वहीं ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और परिवहन मंत्री को भी व्हाट्सएप पर शिकायत भेजी गई है. जिसके परिणाम स्वरूप गुरुवार को मंत्री कार्यालय में आरटीओ शर्मा को तलब किया गया. प्रदीप खंडेलवाल ने बताया कि आरटीओ में कोई भी काम बिना दलालों के नहीं होता है. नए आरटीओ ऊपरी कमाई बढ़ाने के लिए नए नियम लेकर आ रहे हैं. जिसका कोई प्रावधान ही नहीं है.

विधायक ने आरटीओ को हटाने का लिखा पत्र

एजेंट और कियोस्क संचालकों ने हुजूर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामेश्वर शर्मा से नए आरटीओ को हटाने की मांग की. प्रतिनिधि मंडल ने विधायक से कहा कि भोपाल आरटीओ में स्थाई आरटीओ को पदस्थ किया जाए. नए प्रभारी आरटीओ के निर्देश से आम लोग परेशान हैं. वहीं, इस पर विधायक शर्मा ने परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह को पत्र लिखा और बताया कि आरटीओ में लोगों के काम नहीं हो रहे हैं. प्रभारी आरटीओ शर्मा के पास नरसिंहपुर जिले के भी जिम्मेदारी है. ऐसे में भोपाल आरटीओ में स्थाई आरटीओ को पदस्थ किया जाए. इससे शहर के लोगों के लोगों को आरटीओ संबंधी कार्य कराने के लिए दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े.

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3 दिन से आरटीओ कार्यालय में काम ठप

क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में लगातार 3 दिन से काम नहीं हो रहा है. आवेदकों के ड्राइविंग लाइसेंस, वाहनों के पंजीयन, फिटनेस, स्थानांतरण के कार्य अटके हुए हैं. बताया जा रहा है कि आवेदकों को नियमों की जानकारी नहीं होने के कारण एजेंटों और कियोस्क संचालकों का सहारा लेते हैं, लेकिन नए प्रभारी आरटीओ जितेंद्र शर्मा ने नए नियम बना कर आवेदन के साथ आधिकारिक पत्र लगाने के निर्देश दिए हैं. इससे नाराज होकर 3 दिनों से एजेंट और कियोस्क संचालक हड़ताल पर हैं. इन लोगों ने बताया कि "हम कोई परिवहन विभाग से अधिकृत एजेंट नहीं हैं. आरटीओ के बाहर बैठे हैं, जिनके आनलाइन आवेदन कराते हैं, उससे नियमों के तहत काम कराने के एवज में मेहनताना लेते हैं. नए आरटीओ शर्मा एक भी आवेदन पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं, जिससे कई आवेदन पेंडिंग हो गए हैं." वहीं, बताया जा रहा है कि आरटीओ शर्मा एक ही बात दोहरा रहे हैं, उन्होंने कहा है कि "कोई भी निर्देश नियम के खिलाफ नहीं दिया गया है."

भोपाल। राजधानी में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी जितेंद्र शर्मा के दिए गए नए निर्देश पर विवाद शुरू हो गया है. उनके जारी किए गए नए निर्देश को तुगलकी फरमान बताया जा रहा है और इससे परेशान होकर एजेंट और कियोस्क संचालकों ने काम बंद कर दिया है. जिससे बीते 3 दिनों से आरटीओ कार्यालय में जनता से जुड़े कोई काम नहीं हो रहे हैं. वहीं, एजेंट और कियोस्क संचालकों ने जितेंद्र शर्मा के फरमान को नियम विरुद्ध बताते हुए विधायक रामेश्वर शर्मा और परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह को पत्र भी लिखा है.

आरटीओ के नए नियम से शुरू हुआ विवाद

कोई भी वाहन खरीदते या बेचते समय क्रेता और विक्रेता को आरटीओ कार्यालय में उपस्थित होना अनिवार्य नहीं है. यानी कि नामांतरण या स्थानांतरण के दौरान केवल गाड़ी का होना अनिवार्य है. लेकिन क्रेता या विक्रेता की जगह उनका कोई प्रतिनिधि भी आरटीओ कार्यालय में उपस्थित होकर उक्त वाहन का नामांतरण या स्थानांतरण करा सकता है. लेकिन नए आरटीओ ने नया फरमान जारी किया है. इसके तहत वाहन के साथ क्रेता और विक्रेता को उपस्थित होना अनिवार्य कर दिया है. बताया गया है कि वाहन के साथ क्रेता और विक्रेता का फोटो लगाना पड़ेगा. इसके साथ ही एजेंट का फोटो भी फार्म में लगाया जाएगा. इसको लेकर एजेंट और कियोस्क संचालक आरटीओ के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. उनका कहना है कि जब एनआईसी के माध्यम से पहले ही पारदर्शी व्यवस्था है, तो फिर नए नियम बनाने की क्या जरूरत है.

मुख्यमंत्री से भी हो चुकी है शिकायत

शिकायतकर्ता प्रदीप खंडेलवाल ने बताया कि इस मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी ईमेल के माध्यम से शिकायत कर चुके हैं. वहीं ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और परिवहन मंत्री को भी व्हाट्सएप पर शिकायत भेजी गई है. जिसके परिणाम स्वरूप गुरुवार को मंत्री कार्यालय में आरटीओ शर्मा को तलब किया गया. प्रदीप खंडेलवाल ने बताया कि आरटीओ में कोई भी काम बिना दलालों के नहीं होता है. नए आरटीओ ऊपरी कमाई बढ़ाने के लिए नए नियम लेकर आ रहे हैं. जिसका कोई प्रावधान ही नहीं है.

विधायक ने आरटीओ को हटाने का लिखा पत्र

एजेंट और कियोस्क संचालकों ने हुजूर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामेश्वर शर्मा से नए आरटीओ को हटाने की मांग की. प्रतिनिधि मंडल ने विधायक से कहा कि भोपाल आरटीओ में स्थाई आरटीओ को पदस्थ किया जाए. नए प्रभारी आरटीओ के निर्देश से आम लोग परेशान हैं. वहीं, इस पर विधायक शर्मा ने परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह को पत्र लिखा और बताया कि आरटीओ में लोगों के काम नहीं हो रहे हैं. प्रभारी आरटीओ शर्मा के पास नरसिंहपुर जिले के भी जिम्मेदारी है. ऐसे में भोपाल आरटीओ में स्थाई आरटीओ को पदस्थ किया जाए. इससे शहर के लोगों के लोगों को आरटीओ संबंधी कार्य कराने के लिए दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े.

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