भोपाल: मध्यप्रदेश की बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी ताकत झोंक दी है. दोनों ही पार्टियों के बड़े नेता इन सीटों पर प्रचार के लिए पहुंच रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी प्रचार करने इन सीटों पर पहुंचे हैं. उधर उन्होंने ट्वीट कर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि, ''यह उपचुनाव सरकार के 10 महीने के काम की समीक्षा करने और सरकार को कर्तव्यबोध कराने का अवसर देती हैं.'' उन्होंने आरोप लगाया कि, ''सरकार ने कई योजनाएं बंद कर दी हैं.''
कमलनाथ ने साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि, ''मध्यप्रदेश के सीहोर जिले की बुधनी और श्योपुर जिले की विजयपुर सीट पर उपचुनाव होने जा रहे. इन दोनों ही उपचुनाव में जनता अपने वोट की ताकत से सरकार की नींद खोलने और उन्हें आईना दिखाने का मौका देती है. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में झूठे वादे कर सत्ता में आई बीजेपी सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह से विफल रही है. लाडली बहना योजना की राशि 3000 रुपए प्रतिमाह करने का वादा भी झूठा साबित हो चुका है. 450 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर देने के झूठ का पाखंड टूट चुका है. किसानों को बोनस और समर्थन मूल्य वाली बात कोरी लफ्फाजी निकली है. सैकड़ों महत्वपूर्ण योजनाएं या तो घोषित रूप से बंद कर दी गई हैं या फिर उनका बजट भुगतान रोककर उन्हें मरणासन्न किया जा चुका है.''
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले की बुदनी और श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 3, 2024
मध्यप्रदेश के ये दोनों ही उपचुनाव जनता को सरकार के 10 महीनों के कामकाज की समीक्षा करने और सरकार को कर्तव्यबोध कराने का अवसर देते हैं। ये उपचुनाव जनता को अपने वोट की ताक़त से…
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लाड़ली बहना में नहीं जुड़ रहे नए नाम
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि, ''लाडली बहना योजना में नए हितग्राहियों को जोड़ने का काम जीरो है, पुराने हितग्राहियों की छटनी तेजी से चल रही है.जनता को मिलने वाली विभिन्न वित्तीय सहायताओं को रोककर सिर्फ एक योजना में राशि जारी करना जनता से इस शातिर सरकार की नायाब ठगी है. परिवार के हर सदस्य की जेब काटना और फिर लूट के उसी पैसों का एक छोटा सा हिस्सा जनता को लौटाकर वाहवाही लूटना सरकार की आदत बन चुकी है.'' उन्होंने आरोप लगाया कि, ''प्रदेश नशे के कारोबार का प्रमुख अड्डा बन गया है. बिजली कटौती से घर से लेकर सड़कों तक पर अंधेरा पसरा है.''