भोपाल: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की पेशकश को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने तंज कसा है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि 'अगर ममता इस्तीफा देती हैं, तो ये देश और पश्चिम बंगाल के हित में होगा. कैलाश विजयवर्गीय ने ये बात मीडिया से बातचीत में कही.' असल में कैलाश विजयवर्गीय बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव रहते हुए पश्चिम बंगाल के प्रभारी भी रहे हैं.
देश के हित में होगा ममता का इसतीफा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे के प्रस्ताव पर कैलाश विजयवर्गीय का बयान सामने आया है. कैलाश विजयवर्गीय ने उनके इस्तीफे की पेशकश पर कहा है कि 'ये देश और पश्चिम बंगाल के हित में है. जिस दिन वह इस्तीफा देंगी, उस दिन लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा की जाएगी. उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के बयान पर भी अपनी बात रखी और कहा कि ये सच है, क्योंकि बंगाल में अमानवीय गतिविधियां हो रही हैं.'
ममता ने कहा-कुर्सी का लालच नहीं
पश्चिम बंगाल में जिस तरह से विरोध प्रदर्शन तेज होते जा रहे हैं. उसके बीच सीएम ममता बनर्जी का ये बयान सामने आया था कि उन्हें कुर्सी की लालसा नहीं है, वो लोगों के लिए अपना इस्तीफा देने भी तैयार हैं. ममता बनर्जी इस मामले मे संकट में आती जा रही हैं. एक तरफ जूनियर डॉक्टर्स ने सीएम ममता बनर्जी के साथ बैठक नहीं की. वहीं उनकी पार्टी में उनका विरोध शुरु हो गया है.
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क्या है आर्टिकल 167 (सी), क्यों चर्चा में
तृणमुल कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा पहुंचे जवाहर सरकार ने अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और कहा है कि बंगाल में नेतृत्व परिवर्तन की जरूरत है. उधर राजभवन और ममता सरकार के बीच भी टकराव के हालात बन रहे हैं. राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस ने सीएम ममता बनर्जी से आर्टिकल 167 (सी) का पालन करने के लिए कहा है. 'ये आर्टिकल कहता है कि राज्यपाल को राज्य के प्रशासन और विधायी प्रस्तावों के बारे में कैबिनेट के सारे निर्णयों के बारे में राज्यपाल को सूचित करें.