भोपाल: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 28 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है. इसमें देश और विदेश से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. ऐसे में महाकुंभ के दौरान आग की आपात स्थिति से निपटने के भी इंतजाम किए गए हैं. भोपाल में फायर फाइटर बोट तैयार की गई है, जो करीब डेढ़ महीने तक महाकुंभ में सेवाएं देगी. इस बोट से आग लगने पर पानी में रेस्क्यू करना भी आसान होगा.
भोपाल से 6 बोट जाएगी प्रयागराज
बता दें कि उत्तर प्रदेश फायर सर्विस की तरफ से पानी में चलने वाली 6 फायर फाइटर बोट के लिए टेंडर जारी किया गया था, जो भोपाल के पीएस ट्रेडर्स को मिला है. पीएस ट्रेडर्स के संचालक प्रियांश शाह ने बताया कि "6 में से एक फायर फाइटर बोट को भोपाल के छोटे तालाब में चलाकर टेस्टिंग की गई है. इस दौरान एसडीआरएफ के अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे." शाह ने बताया कि "पहली बोट प्रयागराज के लिए एक-दो दिन में भेज दी जाएगी. जबकि 5 अन्य फायर फाइटर बोट की टेस्टिंग के बाद जल्द इन्हें भी महाकुंभ में सेवा देने के लिए भेजा जाएगा."
टेस्टिंग के लिए यूपी से आई थी टीम
छोटे तालाब के घटलपुरा घाट पर बोट की जांच करने और टेस्टिंग देखने के लिए उत्तर प्रदेश फायर सर्विस के अधिकारी भी भोपाल आए थे. टेस्टिंग के बाद अधिकारियों ने बोट को महाकुंभ में भेजने की स्वीकृत दे दी थी.
प्रियांश शाह ने बताया कि "महाकुंभ में ज्यादा भीड़भाड़ को देखते हुए बोट का निर्माण किया गया है. भीड़ के चलते कई इलाकों में आपात स्थितियों में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं पहुंच पाती. इस स्थिति से निपटने के लिए फायर फाइटिंग बोटों को अलग-अलग घाटों पर तैनात किया जाएगा. किसी भी आपात स्थिति में यह बोट तुरंत सहायता प्रदान करने पहुंचेंगी और आग पर काबू पाकर फंसे लोगों का रेस्क्यू करेंगी."
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बोट में 10 लोगों के बैठने की व्यवस्था
बोट की सुविधाओं की बात करें तो, इस बोट में एक समय पर क्रू मेंबर के अलावा 10 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. इसमें लगा मोटर, डीजल से आपरेट होता है. साथ ही इसमें पेट्रोल टैंक भी है. वहीं, ये फायर फाइटर बोट आग लगने की स्थिति में नोजल से पानी फेंकेगी. बॉर्डर पर सायरन सिस्टम भी लगाया गया है.