भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रवर्तन निदेशाल (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी की यह कार्रवाई नारायण निर्यात प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और उससे जुड़े संस्थानों पर की गई है. ई़डी ने इस कार्रवाई में 26.53 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को जब्त किया है. इस कार्रवाई से पहले सीबीआई ने नारायण निर्यात प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर कैलाश चन्द्र गर्ग और उनके साथियों पर बैंक से लोन के पैसे का गलत इस्तेमाल करने के मामले में केस दर्ज किया था और कोर्ट में चलान भी पेश किया था.
लोन पास कराने के लिए फर्जी डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल
मिली जानकारी के अनुसार, नारायण इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डॉयरेक्टक कैलाश चन्द्र गर्ग ने यूके बैंक से ग्रुप की अलग-अलग कंपनियों के प्रोजेक्ट के लिए 110 करोड़ का लोन लिया था. लेकिन कैलाश चन्द्र गर्ग द्वारा इस लोन का इस्तेमाल जिन प्रोजेक्ट के नाम पर लोन लिया गया था उसमें खर्च करने के बजाय दूसरे प्रोजेक्ट में खर्च किया गया. इसके अलावा निजी सुख-सुविधाओं के लिए भी पैसे का इस्तेमाल किया गया. भोपाल में जांच में सीबीआई को यह भी पता चला कि, लोन पास कराने के लिए फर्जी डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल किया गया था.
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ईडी ने की 34 कंपनिया कुर्क
सीबीआई जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद ईडी ने 10 दिन पहले केस दर्ज किया था. गुरुवार को ई़डी ने छापा मारकर कैलाश चन्द्र गर्ग और उनके सहयोगियों द्वारा बनाई गई 34 प्रॉप्रटी को कुर्क कर लिया है. जिसमें मध्य प्रदेश के इंदौर, जौरा, नीमच और महाराष्ट्र के अकोला में कंपनी की अलग-अलग प्रॉपर्टी को जब्त किया गया है. जब्त की गई प्रॉपर्टी की कीमत 26.53 करोड़ बताई जा रही है.