भोपाल. बीजेपी के पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी (Deepak Joshi) की बीजेपी में वापिसी की तेज हुई अटकलों के बाद उनका बीजेपी प्रवेश कैसे और क्यों अटक गया? विधानसभा चुनाव से पहले दीपक जोशी ने बीजेपी छोड़ी थी और लोकसभा चुनाव के पहले आज अचानक उनकी वापिसी की अटकलें तेज हुई थीं. दीपक जोशी ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, ' रुक जाइए सब बताऊंगा. थोड़ा रुक जाइए'. यानी बीजेपी से बातचीत में कहीं कोई पेंच फंसा है या फिर कांग्रेस में ही उन्हें रोकने की कोशिशें हो रही हैं?.
ईटीवी भारत से बोले दीपक- रुक जाइए सब बताऊंगा...
ईटीवी भारत से बातचीत में पूर्व मंत्री दीपक जोशी से पूछा गया कि आखिर दस महीने में ऐसा क्या हुआ कि उन्हें कांग्रेस छोड़ने मजबूर होना पड़ा, क्या उनके बीजेपी छोड़ने की अटकलें सही हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ' रुक जाइए मैं सबकुछ बताऊंगा'. लेकिन उन्होंने ये स्पष्ट नहीं किया कि वे कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जा रहे हैं. दीपक जोशी करीब 10 महीने पहले एमपी में विधानसभा चुनाव के एन पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे. तब उन्होंने अपने पिता कैलाश जोशी की मरणोपरांत पार्टी में उपेक्षा का आरोप लगाया था. और कहा था कि उनके निधन के बाद भोपाल में एक जगह का भी नामकरण उनके पिता के नाम पर नहीं हुआ. दीपक जोशी ने कहा था कि कमलनाथ ने उनके पिता के स्मारक के लिए मिनटों में जमीन दे दी थी.
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शिवराज पर लगाए थे गंभीर आरोप
दीपक जोशी ने बीजेपी छोड़ते वक्त पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान पर भी तीखे हमले किए थे. उन्होंने कहा था कि कोरोना के समय जब उनकी पत्नि कोरोना से पीड़ित थीं और उन्हें एम्बुलेंस की जरुरत थी, तो शिवराज के निर्देशों पर ही उन्हें एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई और इसकी वजह से उनकी पत्नि का देहांत हो गया. बता दें कि दीपक जोशी ने 6 दिन पहले राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की अगुवाई भी की है.