भोपाल। मध्य प्रदेश में शनिवार को कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों की लोकसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बैठक चल रही है. मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल दावेदारों के साथ पार्टी नेताओं से चर्चा कर रही हैं. कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में नेताओं की अलग-अलग बैठकें बुलाई गई हैं. जिसमें मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, अजय सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, डॉ. गोविंद सिंह सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए हैं.
युवा चेहरों को दिया जाएगा मौका
मध्यप्रदेश में कांग्रेस में लोकसभा की 29 सीटों को लेकर तालमेल बैठ रही है. 14 से 15 युवा चेहरों को मौका दिया जाएगा. बची हुई सीटों पर सीनियर नेताओं को चुनाव लड़ाने की तैयारी है. वहीं. भोपाल लोकसभा सीट के लिए 12 से 15 बायोडाटा आए हैं. देर शाम तक उम्मीदवारों से चर्चा हो सकती है. बैठक में पहुंचे पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि ''लोकसभा चुनाव निकट में है और हमारी पार्टी की ऑब्जर्वर रजनी पाटिल भोपाल आई हुई हैं. मध्य प्रदेश में इस समय चुनाव को लेकर क्या तैयारी चल रही है जमीनी स्तर पर उस पर बात की जाएगी. उसके बाद ही कोई निर्णय हाई कमान लेगा.
जब तक EVM रहेगी नहीं जीत सकते चुनाव
जब गोविंद सिंह से पूछा गया कि EVM को लेकर क्या रणनीति रहेगी, क्योंकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कह चुके हैं कि जब तक EVM रहेगी तब तक हम चुनाव नहीं जीत सकते. इस पर गोविंद सिंह ने कहा कि ''मध्य प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ का चुनाव ईवीएम के माध्यम से जीत गया है. देश में जब तक EVM से चुनाव होते रहेंगे तब तक देश में प्रजातंत्र का गला घोट जाता रहेगा. पिछले विधानसभा चुनाव में दो राज्य जानबूझकर जीतकर आए हैं, ताकि देश के 140 करोड़ की जनता भ्रम में रहे. दिग्विजय सिंह ने जनता के सामने प्रमाणित किया कि किस तरह से ईवीएम के साथ सेटिंग की जाती है. भारत सरकार के पूर्व सचिव ने भी ईवीएम को लेकर कई तरह के प्रमाण दिए हैं.'' इसके साथ ही लोकसभा चुनाव लड़ने के लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी जो आदेश देगी वह करूंगा.''
पार्टी कहेगी तो लड़ेंगे चुनाव-सज्जन वर्मा
वहीं, बैठक में भाग लेने पहुंचे सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि ''आज हमारी 29 लोकसभा सीटों के जो प्रभारी हैं वह अपनी रिपोर्ट स्क्रीनिंग कमेटी रजनी पाटिल को सौंपेंगे. इस बार पूरे मामले में स्पष्ट निर्देश हैं कि दो और तीन नाम का पैनल बनाया जाए. कई जगह पर और यहां किसी तरह का कोई प्रस्ताव पास नहीं होगा. हर बार की तरह एक लाइन का प्रस्ताव होगा, आगे की कार्रवाई आला कमान तय करेगा. इस बार सब कुछ यहीं शॉर्ट लिस्ट किया जाएगा. जहां तक मैं समझता हूं अगली बैठक में सिंगल नाम आ जाएंगे.'' खुद के चुनाव लड़ने पर सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि ''हम पार्टी के सीनियर लीडर हैं. पार्टी के आदेशों से बंधे हुए हैं यदि पार्टी आदेश करेंगी तो अवश्य लड़ेंगे.''
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धर्म की आड़ में हो रही राजनीति
वहीं, कांग्रेस पार्टी के कुछ लोगों का कहना है कि जब तक ईवीएम रहेगी तब तक हम चुनाव नहीं लड़ेंगे. इस पर सज्जन सिंह वर्मा ने कहा ''यह विषय तो है लेकिन पलायन नहीं कर सकते, संघर्ष तो करना ही पड़ेगा. देश में कुछ लोग धर्म की आड़ लेकर राजनीति का शिकार कर रहे हैं. देश में करोड़ युवा बेरोजगारी की दहलीज पर खड़ा है. मंदिर बने, मस्जिद बने उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. वही बेरोजगार युवा क्रांति लाएगा.''