भोपाल: राजधानी भोपाल में पिछले कई सालों की तरह इस बार भी बड़ी धूमधाम से भुजरिया त्योहार मनाया गया. पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच किन्नरों ने परंपरागत जुलूस निकाला. उन्होंने अच्छी बारिश और प्रदेशवासियों के लिए मंगलकामनाएं भी कीं. भुजरिया का यह पर्व दशकों से भोपाल में मनाया जाता है. इसमें शामिल होने के लिए प्रदेश के कोने-कोने से किन्नर आते हैं.
बॉलीवुड अंदाज में शामिल हुए किन्नर
पिछले कई दशकों से भोपाल में भुजरिया पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस साल भी प्रदेश भर से इस त्योहार में शामिल होने आई किन्नरों ने पारंपरिक तरीके से भुजरिया का जुलूस निकाला. मंगलवारा चौराहे से पुलिस की सुरक्षा के बीच किन्नरों ने सिर पर भुजरिया रखकर जुलूस की शुरुआत की. कारवां रंगारंग अंदाज में नाचते-गाते हुए आगे बढ़ा. सभी किन्नर बॉलीवुड थीम पर सजधजकर निकले थे. इस दौरान आकर्षण का केन्द्र किन्नर गुरु सुरैया रहीं. कई किन्नर बॉलीवुड की हीरोइनों के अंदाज में सजकर आए थे. उन्होंने अच्छी बारिश के साथ पूरे प्रदेश और देशवासियों की मंगलकामना के लिए भगवान से प्रार्थना भी की.
रक्षाबंधन के दूसरे दिन निकाला जाता है जुलूस
मंगलवारा से निकला जुलूस, पीर गेट के बाद विभिन्न रास्तों से होता हुआ गुफा मंदिर पहुंचा, जहां पर विसर्जन कुंडों में भुजरियों को विसर्जित किया गया. कई किन्नर भारी भरकम सोने का आभूषण पहन कर आए थे, जो आकर्षण का केन्द्र भी रहा. बता दें कि, मंगलवारा और बुधवारा के किन्नरों की ओर से रक्षाबंधन के दूसरे दिन भुजरिया जुलूस निकालने की परंपरा नवाबी शासन काल से शुरु हुई थी, जो आज भी उसी धूमधाम से चल रही है.
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देश के अन्य हिस्सों से शामिल हुए किन्नर
इस जुलूस में मध्य प्रदेश के भोपाल, इटारसी, गुना, इंदौर, उज्जैन, रतलाम समेत प्रदेश के कई जिलों से किन्नर समाज के लोग शामिल हुए. प्रदेश के अलावा देश के अन्य हिस्सों दिल्ली और महाराष्ट्र से भी शामिल होने के लिए किन्नर पहुंचे. महाराष्ट्र के कई जिलों के अलावा मुंबई से भी कई किन्रर शामिल हुए.