भोपाल। राजधानी भोपाल की बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी प्रबंधन का एक आदेश सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसकी शहर में तेजी चर्चा हो रही है. दरअसल बीयू प्रबंधन ने छात्रों के लिए एक आदेश निकाला है. जिसके तहत यदि दो से अधिक छात्रों को एक साथ कुलपति से मिलना है, तो इसके लिए स्थानीय थाने के प्रभारी से अनुमति लेनी पड़ेगी. ऐसे छात्रों को यदि यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के मुद्दे पर कोई अहम चर्चा करना है या किसी अनियमितता के लिए ज्ञापन देना है तो बिना थाना प्रभारी के अनुमति के कुलपति छात्रों से नहीं मिल सकते.
बीते छह माह पहले जारी हुआ था आदेश
बीयू यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बताया कि यह आदेश 6 महीने पुराना है. जब भी हम लोग कुलपति से एक साथ मिलने जाते हैं, तो हमें बाहर ही रोक दिया जाता है. इसके लिए हम लोगों ने अलग से भी मिलकर उनसे चर्चा की, लेकिन उनका कहना है कि जब तक थाना प्रभारी की अनुमति नहीं होगी, वो छात्रों से एक साथ मुलाकात नहीं करेंगे.
इसलिए 6 महीने बाद गरमाया मुद्दा
दरअसल, गुरुवार को बीयू में कार्यपरिषद की बैठक थी. इसकी जानकारी लगते ही एनएसयूआई के सदस्यों ने कार्यपरिषद के सदस्यों को मुख्य द्वार पर रोक लिया. साथ ही यूनिवर्सिटी में हो रही अनियमितताओं की शिकायत की. इसी दौरान कुछ छात्रों ने कुलपति के आदेश की कॉपी के साथ एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
यह लिखा है आदेश में
आदेश में लिखा है कि ''विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति से अपनी समस्या को लेकर 2 छात्र ही मिल सकते हैं. यदि दो से अधिक संख्या में मिलना चाहते हैं, तो कृपया थाना प्रभारी बागसेवनिया से अनुमति लेकर ही प्रवेश करें.'' BHOPAL BU VICE CHANCELLOR NOTICE TO STUDENTS
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कार्यपरिषद के सदस्यों से की गई अन्य शिकायतें
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अक्षय तोमर ने बताया कि, ''कार्यपरिषद की बैठक में पहुंचे सदस्यों को एमबीए महाघोटाले की जानकारी दी गई है. जिसमें बताया गया कि राजधानी में संचालित महाविद्यालयों द्वारा विश्विद्यालय के कुलपति से साथ मिलीभगत कर एक ही बिल्डिंग में एमबीए, बीकॉम, बीबीए, बीएड आदि कोर्सेस संचालित किए जा रहे हैं. जिसमें न तो शिक्षक हैं और न ही छात्र. सभी महाविद्यालय नियम विरुद्ध चल रहे हैं. कुछ महाविद्यालय ऐसे भी हैं, जिनमें 500 से लेकर 800 तक एमबीए की सीट आवंटित की गई हैं.''