भोपाल। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में एमपी की राजधानी भोपाल लोकसभा सीट पर मतदान हुआ. भोपाल लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. साल 1984 के बाद से यहां कांग्रेस जीत हासिल नहीं कर पाई है. इस बार भी इस लोकसभा सीट में कांग्रेस-बीजेपी में आमने-सामने की टक्कर है. बीजेपी ने इस सीट से इस बार आलोक शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. जबकि कांग्रेस ने अरुण श्रीवास्तव को टिकट दिया है. दोनों ही नेताओं ने अपनी सीट पर दमखम से प्रचार किया है.
2019 में प्रज्ञा ठाकुर ने दिग्विजय को हराया
साल 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो बीजेपी साध्वी प्रज्ञा को अपना उम्मीदवार बनाया था. जबकि कांग्रेस ने दिग्गज नेता व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा था. जहां चुनावी परिणाम में साध्वी प्रज्ञा ने दिग्विजय सिंह को 3 लाख 64 हजार 822 वोटों से हराया था. जबकि इस बार बीजेपी ने सांसद साध्वी प्रज्ञा का टिकट काटकर आलोक शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. आलोक दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. वह भोपाल के महापौर भी रहे हैं. आलोक शर्मा की कार्यकर्ताओं के बीच पैठ है. वह आम जनता से भी जुड़ाव रखते हैं.
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भोपाल सीट में आलोक शर्मा और अरुण श्रीवास्तव के बीच फाइट
बता दें लोकसभा प्रत्याशी आलोक शर्मा के समर्थन में रोड शो करने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल आए थे. पीएम मोदी के अलावा सीएम मोहन यादव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान भी आलोक शर्मा के समर्थन में सभाएं और रोड शो कर चुके हैं. बात अगर कांग्रेस प्रत्याशी की करें तो अरुण श्रीवास्तव का यह पला चुनाव है. वे कांग्रेस में दूसरी जिम्मेदारी संभाल रहे थे. कहा जाता है कि कांग्रेस ग्रामीण का अध्यक्ष होने के नाते ग्रामीण क्षेत्रों में उनके संबंध अच्छे हैं. इसके साथ ही अरुण श्रीवास्तव के लिए स्थानीय नेताओं ने सभाएं की. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अरुण श्रीवास्तव के पक्ष में सभाएं कर वोट की अपील की. देखना होगा कि भोपाल की जनता बीजेपी पर भरोसा बरकरार रखेगी या इस बार बदलाव को चुनेगी.