भिंड। बीते आधे दशक से चंबल की तस्वीर बदलने लगी थी. कभी नकल के लिए पहचाने जाने वाले भिंड जिले में नकल लगभग खत्म हो गई थी. लेकिन बीते दो सालों से यहां एक बार फिर नकल माफिया का राज लौटता दिखाई दे रहा है. पहले नर्सिंग परीक्षा में सामूहिक नकल की तस्वीर सामने आई थी और अब डिग्री कॉलेज की परीक्षाओं में परीक्षार्थी क्लास रूम में इकट्ठे होकर नकल कर रहे हैं. एसडीएम ने उड़नदस्ते के साथ मौके पर पहुंच कर नकल माफियाओं का पर्दाफाश कर दिया.
नकल का खुल्लम खुल्ला खेल
एक समय था जब चंबल का भिंड नकल माफियाओं का गढ़ हुआ करता था. बोर्ड परीक्षाओं से लेकर स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) की परीक्षाओं में भी यहां नकल का बोलबाला था. फिर जिले में कुछ ऐसे अधिकारी आएं, जिन्होंने नकल माफियाओं पर लगाम कसनी शुरु की और धीरे धीरे भिंड नकल मुक्त कहलाने लगा. लेकिन एक बार फिर नकल माफिया अपनी जड़ों को जिंदा कर रहे हैं. इस समय जीवाजी विश्वविद्यालय की बीएससी और बीए की परिक्षाएं चल रही हैं. भिंड में नकल माफियाओं द्वारा इन परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को धड़ल्ले से नकल कराई जा रही है. स्कूल संचालक, प्रशासन की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई घटना
भिंड के लहार शासकीय महाविद्यालय और आईटीआई कॉलेज लहार में बनाये गए परीक्षा केंद्र पर जायजा लेने के लिए लहार एसडीएम निकले थे. एसडीएम, नायब तहसीलदार और उड़नदस्ते के साथ पहुंचे थे. आधिकारियों के पहुंचने की भनक लगते ही नकल करा रहे टीचरों और परिक्षार्थियों ने नकल पर्चियां और गाइड छिपा दी और शांतिपूर्वक एग्जाम देने लगे. लेकिन एसडीएम को क्लास रूम और परीक्षार्थियों की स्थिति देखकर नकल होने का शक हुआ. जब उन्होंने क्लास में लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक कराया तो सारी पोल खुल गई. फुटेज में साफ दिख रहा है कि बच्चे पूरी क्लास में घूम-घूम कर सामूहिक नकल कर रहे हैं.
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बाथरूम से लेकर क्लास रुम तक नकल पर्चियां
सीसीटीवी फुटेज चेक करने के बाद अधिकारियों ने पूरे कॉलेज का निरीक्षण किया. बाथरूम से लेकर क्लास रूम तक हर जगह कोनों में भारी मात्रा में नकल की पर्चियां और गाइड मिली. सभी नकल पर्चियों और गाइड को नष्ट कर दिया गया. लहार एसडीएम विजय यादव ने बताया कि, ''दोनों परीक्षा केन्द्रों पर नकल के 5 मामले दर्ज किए गए हैं. साथ ही परीक्षा ड्यूटी में लापरवाही बरतने के लिए 6 पर्यवेक्षकों, कॉलेज के प्रचार्य और केन्द्र प्रभारियों के खिलाफ नकल कराने का मामला दर्ज करके कलेक्टर को भेज दिया है. कलेक्टर से परीक्षा रद्द कराने की मांग की गई है.''