दुर्ग : दुर्ग जिले के सबसे बड़े भिलाई के सूर्या मॉल में पार्किंग का ठेका लेने वाले ठेकेदार को पार्षद के द्वारा धमकाने का आरोप लगा है. ठेकेदार का कहना है कि जब से वह ठेका लिया है, तब से पार्षद उसे हर महीने 10 हजार देने के लिए दबाव बना रहा है. उसकी शिकायत पर पुलिस ने स्मृति नगर थाना में केस दर्ज किया है और जांच पड़ताल कर रही है.
पार्षद पर धमकाने और वसूली करने के आरोप : ठेकेदार आशु ने भिलाई नगर निगम के वार्ड नंबर 2 पार्षद मुकेश अग्रवाल पर वसूली का आरोप लगाया है. आशु प्रसाद ने आरोप लगाया, "पार्षद के द्वारा कहा जाता है आप लोग पार्किंग लिए हो, लेकिन लोग बाहर गाड़ी खड़ा कर ट्रैफिक व्यवस्था खराब कर रहे हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. हम सभी को पार्किंग में गाड़ी खड़ा करने के लिए कहते हैं. हमारे टीम लोगों को रोककर गाड़ी अंदर पार्किंग में रखने के लिए अनुरोध भी करते है. पार्षद के द्वारा जबरन गलत आरोप लगाकर पैसा वसूली करने का काम किया जा रहा है."
"जब से मैं ठेका लिया हूं, वार्ड नंबर 2 के पार्षद मुकेश अग्रवाल मुझे हर महीना 10 हजार देने का दबाव बना रहा है. वह कहता है कि सूर्या मॉल पार्किंग का ठेका लिए हो, तो हर महीना पैसा देना होगा." - आशु प्रसाद, पार्किंग ठेकेदार, सूर्या मॉल भिलाई
पार्षद ने आरोपों को बताया बेबुनियाद : भिलाई नगर निगम के वार्ड 2 पार्षद मुकेश अग्रवाल ने इन आरोपों को नकारा है. मुकेश अग्रवाल का कहना है कि 10 हजार रुपए मांगने का उनके पास कोई साक्ष्य है, तो प्रस्तुत करे. ठेकेदार से हमने मांग की थी कि सूर्य मॉल के पीछे एक कॉलोनी है, कॉलोनी के लिए जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसलिए हमने ठेकेदार से रोड पर गाड़ी ना खड़ा करने के लिए कहा था. अव्यवस्था होती है.
"ठेकेदार मुझ पर जो आरोप लगा रहा है, वह बुनियाद है. मैं मानहानि का दवा ठोकूंगा." - मुकेश अग्रवाल, वार्ड 2 पार्षद, भिलाई नगर निगम
स्मृति नगर पुलिस जांच में जुटी : स्मृति नगर टीआई पुरुषोत्तम कुर्रे ने इस संबंध में कहा, "सूर्या मॉल के ठेकेदार ने वार्ड नंबर 2 के पार्षद पर वसूली करने का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया है. आरोप है कि वार्ड नंबर 2 के पार्षद जबरन पैसा मांगते हैं. फिलहाल, पुलिस केस की जांच कर रही है. जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी."
दुर्ग जिले के सबसे बड़े सूर्या मॉल में हर रोज हजार लोग मॉल घूमने और शॉपिंग करने आते हैं. सूर्या मॉल में गाड़ी पार्किंग का ठेका 16 मार्च 2024 को आशु प्रसाद ने लिया था. जिसके बाद से ही पार्षद पर वसूली करने का आरोप ठेकेदार लगा रहा है. अब पुलिस के जांच पूरी होने के बाद ही खुलासा हो सकेगा कि दोषी कौन है.