भिलाई: दुर्ग जिले में ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. बुधवार को ऐसे ही ठगी के दो मामले सामने आय जिसमें रिटायर्ड बीएसपी अफसर और सरकारी डॉक्टर से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी हुई.
शेयर ट्रेडिंग से लाभ के नाम पर रिटायर्ड ऑफिसर बना शिकार: सुपेला थाना अंतर्गत रिटायर्ड बीएसपी अफसर से कुछ लोगों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है. सूर्या विहार कॉलोनी स्मृतिनगर निवासी प्रलय शांति बसु बीएसपी से रिटायर्ड अफसर है. उन्हें कुछ लोगों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 500 प्रतिशत मुनाफा दिलाने का झांसा दिया. ठगों के झांसे में आए रिटायर्ड अफसर ने अलग अलग किश्तों में उनके खाते में 1 करोड़ 26 लाख 22 हजार रुपये की राशि ट्रांसफर की. लेकिन समय बीतने के बाद भी पैसे वापस नहीं मिले. परेशान होकर उन्होंने सुपेला थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई. भिलाईनगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि रिपोर्ट पर सुपेला पुलिस आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर जांच कर रही है.
सरकारी डॉक्टर से लगभग आधे करोड़ की ठगी: वहीं भिलाई में ही ठगी का दूसरा मामला भिलाईनगर पुलिस ने दर्ज किया है. शासकीय मेडिकल कॉलेज में नेत्र रोग विभाग की एचओडी से 58 लाख 43 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी हुई है. हॉस्पिटल सेक्टर मकान नंचर डी 34 की रहने वाली डॉ. लिपि चक्रवर्ती (46 वर्ष) चन्दूलाल चन्द्राकर शासकीय मेडिकल कॉलेज कचांदुर में नेत्र रोग विभाग की विभाग अध्यक्ष हैं. उनके फोन में टेलीग्राम मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड है. उसमें क्रिप्टो कैरेंसी में इनवेस्ट करने के लिए एक रिक्वेस्ट आई. इसके बाद उनके फोन पर एक दूसरे नंबर से फोन आया.
फोन करने वाले ने डॉक्टर को वाट्सअप और यूट्युब ऐप में किसी चैनल को सब्सक्राइब करने को कहा. इसके बाद उसके सहारे क्रिप्टो में इनवेस्ट करने की बात कही. डॉक्टर ने जब टेलीग्राम ऐप पर एक लिंक भेजा तो लिंक के जरिए उन्हें भुगतान करने को कहा गया.इसके बाद उन्हें एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा गया. बाद में धीरे धीरे क्रिप्टोट्रेडिंग के नाम पर अलग अलग किश्तों में 58 लाख 43 हजार 900 रुपये की आनलाइन ठगी की गई. भिलाईनगर पुलिस मामले में धारा 420 का मामला दर्ज कर जांच कर रही है.