रुड़की: हरिद्वार के रुड़की में पिछले दो साल से भारी वाहनों के लिए बंद सोलानी पुल को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है. किसानों का कहना है कि अगर जल्द दूसरे पुल की व्यवस्था नहीं की गई तो किसान यूनियन ट्रैक्टर ट्रालियों से पुल को बंद कर देगी. दरअसल किसानों ने जनता और अभिभावकों की परेशानी को देखते हुए दूसरे पुल के निर्माण का मुद्दा उठाया है. क्योंकि दो दर्जन से ज्यादा स्कूल कॉलेज एनएच-58 पर हैं.
रुड़की के प्रशासनिक भवन में भाकियू रोड के बैनर तले किसान इकट्ठा हुए और उन्होंने हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर 2 साल से बंद पड़े सोलानी नदी के ऊपर बने पुल का मुद्दा उठाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस पुल के बंद होने से तकरीबन 20 किलोमीटर का चक्कर काट कर बच्चों को स्कूल जाना पड़ रहा है. जिससे अभिभावकों पर आर्थिक दंड पड़ रहा है. उनका कहना है कि स्कूल कॉलेजों ने अपनी बस का किराया 500 से 700 रुपये बढ़ा दिया है. किसानों का कहना है कि आम जनता से लेकर उनको भी 20 किलोमीटर की दूरी करनी पड़ रही है, रोडवेज बस का किराया भी हरिद्वार से रुड़की आने के लिए 13 से 15 रुपए बढ़ा दिया गया है.
उन्होंने राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि इस ओर सरकार 2 साल से कोई ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अब यह सब चलने वाला नहीं है, उन्होंने कहा कि किसान यूनियन और जनता अब पुल को पूरी तरह से बंद करेगी और इसकी जिम्मेदार उत्तराखंड सरकार होगी. उन्होंने कहा जिस प्रकार से आवाजाही के लिए रपटा बनाया गया था, जिसमें लाखों रुपए की बंदर बांट की गई, जो बरसात के समय बह गया था और फिर इस रपटे को फिर से बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दूसरे पुल का निर्माण जल्द से जल्द किया जाए.
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