महासमुंद : अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले का अनुसूचित जाति जनजाति संघर्ष समिति ने विरोध किया है. इसी को लेकर आज भारत बंद का ऐलान किया गया है. महासमुंद में भी थोक और फुटकर सब्जी मण्डी, बसें, दुकानें, फुटपाथ पर लगने वाले ठेले पूरी तरह बंद हैं.
संयुक्त मोर्चा ने रैली निकालकर दुकानें कराई बंद : छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग संयुक्त मोर्चा महासमुंद के पदाधिकारी बुधवार सुबह से सड़कों पर उतर आए हैं. संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी महासमुंद नगर बंद कराने में जुटे हुए हैं. जिसका असर महासमुंद में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. स्कूल, कॉलेज, पेट्रोल पंप और दवा की दुकानों को छोड़कर नगर की सब्जी मण्डी, बसें, राशन दुकानें, फुटपाथ पर लगने वाली दुकानें बंद हैं.
"हमारे बंद को सभी वर्गों का सहयोग मिल रहा है. हम लोग दुकानें बंद कराने के बाद कलेक्टोरेट जाएंगे. महामहिम राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं कि हमें आरक्षण में क्रीमीलेयर नहीं चाहिए. हमारा ये विरोध शांतिपूर्ण है. हम लोग चाहते हैं कि सरकार एक अध्यादेश जारी करे तो हमारी मंशा पूर्ण हो जायेगी. इसलिए आज हम लोग सड़क पर उतर कर विरोध स्वरुप दुकानें बंद करा रहे हैं." - त्रिभुवन महिलांग, जिला संयोजक, एससी एसटी पिछड़ा वर्ग संयुक्त मोर्चा महासमुंद
भारत बंद और एससी एसटी वर्ग के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन ने महासमुंद के हर चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात कर रखा है. जिले के संवेदनशील क्षेत्रों पर भी महासमुंद पुलिस नजर बनाए रखी है.