दौसा: सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण को लेकर दिए गए फैसले के बाद बुधवार को एससी-एसटी संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया. इसे लेकर दौसा जिले में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला. दौसा जिला मुख्यालय सहित लालसोट, बांदीकुई, महुवा, सिकराय, मेहंदीपुर बालाजी, सिकंदरा के बाजार की अधिकांश दुकानें बंद नजर आई. बांदीकुई में व्यापारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस यह कहकर दुकानें बंद करवा रही है कि कलेक्टर के आदेश हैं.
वहीं भारत बंद के दौरान जिले में एससी-एसटी संगठनों ने रैली निकाली. रैली के रूप में लोग इकट्ठा होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा सहित कई नेता भी रैली में शामिल हुए. हालांकि, भारत बंद के आह्वान के दौरान आपातकालीन सेवाओं से जुड़े मेडिकल स्टोर, डेयरी और राशन से संबंधित दुकानें खुली रही. वहीं दौसा एसपी रंजिता शर्मा और कलेक्ट्रेट देवेंद्र कुमार यादव ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने अफवाह फैलाने वाले, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों की निगरानी कर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.
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पुलिसकर्मियों की व्यापारियों से हुई कहासुनी: भारत बंद के आह्वान के बाद जिले की पुलिस भी अलर्ट मोड़ में नजर आई. ऐसे में जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल जगह-जगह तैनात रहा. इस दौरान जिले में कई जगह टकराव की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने अनाउंस कर बाजार को बंद करवाया. जिले के मेहंदीपुर बालाजी में पुलिस ने सुबह ही कस्बे के बाजार बंद रखने की अपील की. जिसके चलते व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे.
वहीं बांदीकुई शहर में बाजार बंद कराने गए पुलिसकर्मियों की व्यापारियों के साथ कहासुनी हो गई. साथ ही व्यापारियों ने पुलिसकर्मियों द्वारा बाजार बंद कराने की वजह पूछी. आरोप है कि इस दौरान एक पुलिसकर्मी ने कलेक्टर के आदेशों का हवाला देते हुए बाजार बंद कराने की बात कही. इस पर व्यापारी और पुलिस में काफी नोंकझोंक हुई.
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कार्यकर्ताओं ने बंद करवाए बाजार: बंद के दौरान कई जगह कुछ दुकानें खुली रही. इस दौरान दोपहर बाद सभा करने के बाद रैली के रूप में निकले विभिन्न संगठन के कार्यकर्ताओं ने खुली हुई दुकानों को जबरन बंद करवाया. इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से स्थानीय पुलिस भी उनके साथ मौजूद रही. वहीं जिला मुख्यालय पर बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता रैली के रूप में पैदल मार्च करते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उन्होंने जिला कलेक्ट्रेट देवेंद्र कुमार यादव को ज्ञापन सौंपा.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को संसद के माध्यम से वापस लिया जाए: वहीं एससी-एसटी में क्रीमीलेयर के फैसले को लेकर दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा ने कहा कि दौसा में आरक्षण समर्थित लोगों ने भारत बंद का समर्थन किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिर्फ क्रीमीलेयर लागू नहीं करने की बात की है. लेकिन उन्होंने वर्गीकरण की बात नहीं की, सुप्रीम कोर्ट का फैसला वापस लेने की बात नहीं की. वर्गीकरण के मामले में सिर्फ समीक्षा की बात की गई है. ऐसे में हम चाहते है कि केंद्र सरकार संसद के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को वापस करे.