रायपुर: छत्तीसगढ़ में भारत बंद का व्यापक असर आदिवासी बहुल इलाकों में देखने को मिला है. प्रदेश के बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, बीजापुर,बस्तर, कोरिया और मनेंद्रगढ़ में असर देखने को मिला है. इसके अलावा दुर्ग, रायपुर, बालोद, बलौदाबाजार में भी भारत बंद का असर दिखा. कोंडागांव में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का मुक्की की नौबत आ गई.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन: अनुसूचित जातियों के उप-वर्गीकरण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ यह भारत बंद बुलाया गया था. कुछ दलित और आदिवासी समूहों की तरफ से इस एक दिवसीय बंद का आह्वान किया गया था. छत्तीसगढ़ में आदिवासी इलाकों में बंद का अच्छा असर दिखा. उसके अलावा अन्य जिलों में बंद का मिला जुला असर दिखाई दिया.
इन जिलों में बंद रहा कामयाब: बस्तर और सरगुजा संभाग के कुछ हिस्सों में, जहां ज्यादातर आदिवासी रहते हैं वहां बंद का व्यापक असर दिखा. मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी और धमतरी जिलों में कई दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. बंद का रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और कोरबा जिलों में मिलाजुला असर देखने को मिला है. बस्तर में सभी सातों जिलों में बंद का असर दिखा जबकि सरगुजा संभाग में अंबिकापुर का कोई खास असर नहीं दिखा. अंबिकापुर को छोड़कर अन्य जिलों में बंद का मिला जुला असर दिखा है.
इमरजेंसी सेवाओं को बंद से रखा गया बाहर: राज्य में इमरजेंसी सेवाओं को बंद से बाहर रखा गया. सबसे ज्यादा प्रभाव परिवहन सेवाओं पर पड़ा है. स्कूल, अस्पताल और अन्य आवश्यक सेवाओं को बंद से बाहर रखा गया.
राज्य में बंद के दौरान क्या दिखा
- दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय में आदिवासी संगठनों के एक छत्र निकाय सर्व आदिवासी समाज ने बाइक रैली निकाली. एसएएस नेता बल्लू भवानी ने दावा किया कि दंतेवाड़ा में बंद को अच्छी प्रतिक्रिया मिली और व्यापारियों सहित समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने अपना समर्थन दिया
- बीजापुर: बीजापुर में एसटी एससी संयुक्त समिति द्वारा आयोजित बंद और रैली में 15 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान आम सभा का आयोजन किया गया. इस सभा में आदिवासी समाज के वक्ताओं ने आरक्षण को यथावत जारी रखने की मांग की. संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष शंकर कुडियम ने बताया कि आक्रोश रैली मुख्य मार्ग से गुजरते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंची. यहां डिप्टी कलेक्टर उत्तम पंचारी और तहसीलदार डीआर ध्रुव ने ज्ञापन सौंपा गया.
- कोंडागांव: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में बंद के दौरान भारी बवाल हो गया. यहां प्रदर्शनकारियों ने थ्री लेयर सुरक्षा घेरा तोड़कर कलेक्ट्रेट में प्रवेश कर लिया. इस दौरान प्रदर्शकारियों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की हुई. एएसपी रुपेश कुमार डांडे से बदसलूकी की बात भी सामने आ रही है. प्रदर्शन के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.
- बस्तर: बस्तर में बंद का सबसे ज्यादा व्यापक असर देखने को मिला. यहां नेशनल हाईवे और शहर की अन्य सड़कों पर आवाजाही कम दिखी. बस्तर के युवाओं और आदिवासी संगठनों ने आक्रोश रैली निकाली
- कांकेर: कांकेर में भारत बंद के दौरान एक हादसा हो गया. यहां एक पिकअप पलट गया जिसमें 17 लोग घायल हो गए. घायलों का इलाज जिला अस्पताल कांकेर में चल रहा है. कांकेर में सभी व्यवसायिक संस्थान और परिवहन सेवाएं बंद रहे.
- नारायणपुर: नारायणपुर में भी बंद का असर देखने को मिला. यहां आदिवासी समाज ने रैली निकालकर बंद को सफल बनाने के लिए लोगों से अपील की
- सुकमा: सुकमा में भी बंद का व्यापक असर दिखा. यहां सड़कें सूनी दिखी. आम दिनों की अपेक्षा यहां आवाजाही कम दिखाई दी.
- अंबिकापुर: अंबिकापुर में भारत बंद का मिला जुला असर दिखाई दिया. सरगुजा संभाग के अन्य जिलों की बात करें तो बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया, जशपुर और मनेंद्रगढ़ में बंद का कोई बड़ा असर नहीं दिखा.
एमसीबी में भारत बंद के दौरान हुआ प्रदर्शन: एमसीबी में भी भारत बंद के दौरान प्रदर्शन देखने को मिला. कांग्रेस नेता गुलाब कमरो ने विरोध प्रदर्श की अगुवाई की. एसटीएससी समाज के लोगों ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन को लेकर आवाज बुलंद की.
रायपुर, दुर्ग, बालोद, बलौदाबाजार, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, गौरेला पेंड्रा मरवाही सहित अन्य जिलों में बंद का मिला जुला असर दिखाई दिया है.