डूंगरपुर: बांसवाड़ा-डूंगरपुर से सांसद राजकुमार रोत डूंगरपुर जिले के दौरे पर हैं. अपने दौरे के दौरान उन्होंने सोमवार को सर्किट हाउस में मीडिया से मुखातिब हुए और राजस्थान की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं, आदिवासियों के लिए जनगणना में अलग से धर्मकोड बनाने और उपचुनाव में चौरासी व सलूंबर सीट पर भारत आदिवासी पार्टी द्वारा स्वतंत्र चुनाव लड़ते हुए जीत का दावा किया.
सांसद राजकुमार रोत ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बने 10 माह का समय हो गया है, लेकिन राजस्थान में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों तक को पता नहीं है कि आखिर करना क्या है. प्रदेश में शिक्षा, चिकित्सा के हालात बदतर हैं. बेरोजगारी चरम पर है. मनरेगा में लेबर्स को भुगतान नहीं हो पा रहा. पिछले 3 साल से छात्रवृत्ति बकाया चल रही है. सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में पेंशन नहीं मिल पा रही है. वर्तमान में जनता त्रस्त है और योजनाएं ठप पड़ी हैं.
नियम विरुद्ध अधिक समय से वार्डन जमे, लिफाफे लेकर मामला दबाया गया : पत्रकार वार्ता में रोत ने कहा कि टीएडी विभाग के हॉस्टल में 3 साल तक वार्डन को लगाए रखने का नियम है, लेकिन उसके बावजूद वार्डन हॉस्टल में जमे हुए हैं. विधायक रहते विधानसभा में मुद्दा उठाया था, लेकिन जिले के एक पूर्व मंत्री ने दुकान लगाकर लिफाफे ले लिए और मामले को दबा दिया.
आदिवासियों की आइडेंटिटी के लिए धर्मकोड की मांग : सांसद राजकुमार रोत ने कहा कि आदिवासियों की अलग पूजा पद्धति है. आदिवासी हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख और ईसाई नहीं हैं, लेकिन आदिवासियों की कोई आइडेंटिटी नहीं होने से वो अपनी परिस्थिति के अनुसार धर्म अपना रहा है. उन्होंने सरकार से आदिवासियों को उनकी अपनी आइडेंटिटी के लिए जनगणना में अलग से धर्मकोड की मांग की.
राजस्थान उपचुनाव में नहीं होगा गठबंधन, जीत का किया दावा : वहीं, बड़ा बयान देते हुए राजकुमार रोत ने कहा कि आगामी दिनों में विधानसभा उपचुनाव है. ऐसे में डूंगरपुर की चौरासी विधानसभा और सलूंबर विधानसभा उपचुनाव में भारत आदिवासी पार्टी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी. उन्होंने दोनों जगहों पर पार्टी की जीत का दावा किया.