भागलपुरः बिहार के भागलपुर उत्पाद विभाग ने चार शराबियों को पकड़कर उसे व्यवहार न्यायलय में पेशी के लिए भेजा. चारों कैदियों को उत्पाद विभाग की गाड़ी से एक सिपाही के सहारे भेजा गया. अचानक कचहरी चौक के पास बीच सड़क पर गाड़ी बन्द हो गयी. जिसके बाद सभी गिरफ्तार लोगों को गाड़ी से उतारा गया और चारों से वाहन में धक्का दिलवाया गया.
पुलिस वाहन में अचानक तेल खत्मः आरोपियों से गाड़ी को धक्का दिलवाने की वजह पूछे जाने पर वाहन चालक सावन कुमार ने बताया कि गाड़ी में तेल खत्म हो गया था. अब जरा सोचिये शराबबंदी वाले बिहार में शराबियों को पकड़ने के लिए तत्पर उत्पाद विभाग के वाहन में अचानक तेल ही खत्म हो जाता है. अगर ये वाहन किसी शराबी या शराब माफिया को पकड़ने के लिए गया होता तो और वाहन का तेल बीच रास्ते में ही खत्म हो जाता तो, आरोपी को भागने में कितनी देर लगती.
"गाड़ी में तेल खत्म हो गया कैदी को लेकर जा रहे थे. गाड़ी को धक्का नहीं दिया गया है. अब हम क्या बताएं हमको क्या पता. तेल है या नहीं"- सावन कुमार, वाहन चालक
वहीं इस सिलसिले में मद्य निषेध भागलपुर के सहायक आयुक्त प्रमोदित नारायण सिंह ने बताया कि "आप लोगों के जरिए ही ये सूचना मिल रही है. अगर ऐसा है तो इसकी पूरी जांच करवाएंगे. जो भी इसके लिए अधिकारी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जांच का आदेश दिए जाएंगे. ये सही नहीं है".
पुलिस की गिरफ्त से भाग चुके हैं केदीः आपको बता दें कि भागलपुर में कई कैदी पुलिस की गिरफ्त से भाग गए हैं. ज्यादातर मामले में कैदी तभी फरार होते हैं, जब उन्हें पेशी के लिए लाया जाता है. अब इन कैदियों को भी वाहन से बाहर निकाल कर पुलिस की गाड़ी को धक्का लगवाने का वीडियो चर्चा का विषय बन गया है.
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