भदोही: एडिशनल सीएमओ विवेक श्रीवास्तव ने सीएमओ डॉ. संतोष चक पर कन्या भ्रूण हत्या करने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. एडिशनल सीएमओ ने इसको लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया साइट X पर पोस्ट किया है. वीडियो वायरल होते ही जिले के स्वास्थ्य महकमे की किरकिरी शुरू हो गई. सीएमओ ने आरोपों को निराधार बताया है.
एडिशनल सीएमओ विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि स्थानीय निवासी अभिनंदन चौधरी की ओर से 30 जनवरी 2024 को एक शिकायत की गई थी. शिकायत में अभोली ब्लॉक के पास डॉ. राजकुमार बिन्द उर्फ गुनराज द्वारा अवैध तरीके से क्लीनिक चलाने व कन्या भ्रूण हत्या करने का आरोप लगाया था. जिसमें सीएमओ ने एडिशनल सीएमओ एके मौर्य व मुख्य चिकित्सा अधिकारी अभोली को जांच सौंपी थी.
जांच रिपोर्ट में बताया गया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पूरी तरह सत्य है, जिसके क्रम में सीएमओ ने डॉ. राजकुमार बिन्द के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही और पूरे मामले से जिलाधिकारी को अवगत कराया. 9 महीने बीत जाने के बाद सीएमओ ने एक बार फिर जांच एडिशनल सीएमओ विवेक श्रीवास्तव को सौंपी. जांच मिलते ही एडिशनल सीएमओ विवेक श्रीवास्तव ने सीएमओ से पहले की पत्रावली व तहरीर मांगी तो सीएमओ टालमटोल करते रहे.
एडिशन सीएमओ ने आरोप लगाया कि पत्रावली ना देना यह साबित कर रहा है कि ऐसे लोगों को इनका संरक्षण प्राप्त है जिससे कार्रवाई नहीं हो पा रही है. उन्होंने कहा कि जब पहले ही जांच में आरोपी के खिलाफ आरोप तय हो गया तो कार्रवाई के बजाय पुनः जांच करना यह सीएमओ की कार्यशैली को संदेह के घेरे में खड़ा करता है. जबकि इसके पूर्व भी सीएमओ पर बिना काम किए वेतन निकालने का आरोप लग चुका है.
इस संबंध में सीएमओ डॉ. संतोष चक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एडिशनल सीएमओ के खिलाफ एक मामले में कार्रवाई की गई थी. जिसके बाद से वह अनाब-शनाब वीडियो बनाकर पोस्ट कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एडिशनल सीएमओ की ओर से लगाए गए आरोप निराधार हैं.
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