बैतूल: पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक नकली लिक्विड यूरिया बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 1830 लीटर नकली लिक्विड यूरिया जब्त की है. इसके साथ ही बायोडीजल पंप के प्रबंधक समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. पुलिस ने एक कंपनी की गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की है.
जांच आधिकारी ने की थी शिकायत
जिले के एसपी निश्चल झारिया ने कहा, " 13 जनवरी को गल्फ ऑयल और टाटा मोटर्स कंपनियों के जांच अधिकारी ने अवैध कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने शिकायत में बताया था कि बैतूल जिले में गल्फ एंड ब्ल्यू नाम से एक नकली डी.ई.एफ यूरिया लिक्विड बनाकर मार्केट में बिक्री की जा रही है. इस नकली प्रोडक्ट से फसलों को काफी नुकसान पहुंच रहा है."
खेत में चल रही थी अवैध फैक्ट्री
पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर मुलताई इलाके के मैदान में बने मकान में दबिश दी. मकान में ताला लगा हुआ था, जिसे पुलिस ने आरोपी की मौजूदगी में खुलवाया. अवैध तरीके से चलने वाली फैक्ट्री में नकली डी.ई.एफ यूरिया लिक्विड को बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और सामग्री मिली है.
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आरोपी के खिलाफ अवैध तरीके से नकली डी.ई.एफ. यूरिया लिक्विड बनाने और विभिन्न कंपनियों के नाम से बेचने के आरोप में कार्रवाई की गई है. उनके खिलाफ कॉपीराइट एक्ट समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.