बैतूल: जिले का एक युवक देसी जुगाड़ के साथ ओलंपिक तक सफर करने का सपना सजा रहा है. भैंसदेही ब्लॉक के ठेमागांव का निवासी प्रहलाद डाहके देसी जुगाड़ लगाकर रोजाना प्रैक्टिस कर रहा है. प्रहलाद के मुताबिक वह पिछले 5 साल से प्रतिदिन पथरीली जमीन पर दौड़ लगाता और एक्सरसाइज करता है. उसका मानना है कि वह अपनी मंजिल से कुछ ही दूरी पर है. यदि उसे शासन और प्रशासन की थोड़ी सी मदद मिल जाए तो देश के लिए ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है.
जुनून ओलंपिक में गोल्ड जीत तिरंगा लहराने का
प्रहलाद पिछले 5 सालों से ओलंपिक में भाग लेने और अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए खून पसीना एक कर रहा है. वह पिछले 10 सालों से खेत में बने टूटे-फूटे मिट्टी के घर में रहकर खेतों में प्रैक्टिस कर रहा है और बड़े सपने सजा रहा है. प्रहलाद दावा करता है कि वह पथरीली जमीन पर 2 मिनट 50 सेकंड में एक किमी की दूरी तय कर लेता है. यदि उसे महज 3 महीनों के लिए भी सुविधा और साधन मिल जाते है, तो वह नेशनल रिकॉर्ड तोड़ देगा. प्रहलाद के अंदर ओलंपिक में देश के लिए प्रतिनिधित्व कर तिरंगा लहराने का जुनून सवार है.
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जुगाड़ लगाकर रोज करता है 4 घंटे प्रैक्टिस
प्रहलाद ने अपने खेत में जुगाड़ लगाकर लकड़ियों के सहारे एक ओपन जिम भी तैयार की है, जिससे वह अपनी फिटनेस बरकरार रख सके. प्रहलाद के पिता प्रकाश डाहके कहते हैं, '' वह रोज 4 बजे सुबह से 7 बजे तक रनिंग करता है और फिर शाम में 7 बजे से 8 बजे प्रैक्टिस करता है.'' उसकी मां सुमन डाहके ने कहा, '' प्रहलाद बहुत मेहनत कर रहा है. उसे मदद की जरूरत है वह मेडल जीत सकता है.''