बैतूल। जिले के पाथाखेड़ा की कोयला खदान के आसपास तेंदुओं का मूवमेंट बना हुआ है. कर्मचारियों ने एक तेंदुए का वीडियो बनाया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वहीं, वन विभाग द्वारा तेंदुओं के मूवमेंट के बाद क्षेत्र में मुनादी कर लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. पर्यावरणविद आदिल खान ने बताया कि, ''पाथाखेड़ा की कोयला खदान के आसपास 3 तेंदुओं का मूवमेंट बना हुआ है. कोयला खदान में काम करने जा रहे कर्मचारी एवं अधिकारियों ने कोयला खदान जाने के रास्ते में एक तेंदुए को बैठा हुआ देखा. कर्मचारियों ने इसका वीडियो भी बनाया है.''
विचरण करते दिखे तीन तेंदुए
पर्यावरणविद एवं सतपुड़ा बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन सोसायटी के अध्यक्ष आदिल खान को जानकारी मिली तो उन्होंने पाथाखेड़ा की खदान में काम करने वाले कर्मचारियों से जानकारी जुटाई और वीडियो इसी स्थान का है या नहीं इसकी पुष्टि के लिए वो भी मौका स्थल पर पहुंचे. जहां उन्हें थोड़ा खोजने के बाद वो स्थान भी मिल गया जहां तेंदुआ बैठा हुआ था. जंगल में खदान कर्मचारियों द्वारा तीन तेंदुओं को विचरण करते देखा गया है, जिनमें से एक का वीडियो भी सामने आया है.
पाथाखेड़ा के आसपास घना जंगल
तवा टू खदान वाला जंगल सारनी रेंज से लगा हुआ है, लेकिन रामपुर भतोड़ी कार्पोरेशन के क्षेत्र में आता है. जहां तेंदुआ देखा गया वहां जंगल में बड़े पैमाने पर अवैध कटाई होती आई है. ऐसे में वन विभाग को आवश्यकता है कि कार्पोरेशन के जंगलों में मौजूद वन्यप्राणियों के रहवास को सुरक्षित करने के लिए व्यवस्था बनाई जाए. सारनी एवं पाथाखेड़ा के आसपास घना जंगल मौजूद है. सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व एवं सतपुड़ा मेलघाट टाइगर कॉरिडोर भी सारनी एवं पाथाखेड़ा के पास ही मौजूद हैं, इसलिए यहां तेंदुए और बाघ का देखा जाना समान्य घटना है. उन्होंने सुझाव देते हुए बताया कि जो खदान कर्मचारी रात के समय अकेले टू व्हीलर से जाते हैं वे एक छोटा समूह बनाकर भी ड्यूटी करने जा सकते हैं.