बेतिया: नहाय-खाय के साथ मंगलवार से 4 दिनों तक चलने वाले लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है. इसी के साथ पूरा बिहार छठ मय हो चुका है. छठ को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही है. वहीं बिहार के बेतिया की मेयर गरिमा देवी शिकारिया नगर निगम की बड़ी जिम्मेदारियों के साथ इस साल छठ व्रत कर रहीं है.
मेयर गरिमा देवी सिकारिया कर रहीं छठ व्रत: नगर निगम की मेयर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया है कि महापर्व छठ प्रकृति का पर्व है. जहां हम उगते सूर्य के साथ अस्त होते हुए सूर्य की पूजा करते है. तमाम कंद मूल, फल, सुपली, दौरा की पूजा करते हैं. यह सामाजिक सौहार्द का पर्व है. मैं लगातार सभी छठ घाटों का निरीक्षण भी कर रहीं हूं ताकि किसी भी छठ घाट पर छठव्रतियों को कोई दिक्कत ना हो.
छठ घाट का किया निरीक्षण: नगर निगम के 62 छठ घाटों का निरीक्षण करना, साफ-सफाई कराना और फिर समय निकालकर छठ व्रत करना बड़ी चुनौती है. इसके बावजूद वे समय निकाल कर अपनी पूजा पर भी ध्यान दे रही हूं. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. एक तरफ जनता की सेवा करने में जुटी हुई हूं तो दूसरी तरफ छठी मईया की भक्ति भी कर रही हूं. पूरा बिहार सहित बेतिया में छठी मईया सबको खुशहाल बनाये इसी कामना को ले इस बार छठ व्रत कर रही हूं.
खरना का बाद 36 घंटे व्रती रहती हैं निर्जला: चार दिवसीय छठ महापर्व में स्वच्छता का काफी ख्याल रखा जाता है. इसक कार्य में वे लोग भी दिल खोलकर सहयोग करते हैं, जिनके यहां छठ नहीं होता है. कई जगहों पर दूसरे धर्म और पंथ के लिए भी काफी आदर के साथ सहयोग करते हैं. वहीं, खरना करने के लिए शांत और एकांत माहौल जरूरी है.
"मैं लगातार सभी छठ घाटों का निरीक्षण भी कर रहीं हूं ताकि किसी भी छठ घाट पर छठव्रतियों को कोई दिक्कत ना हो. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है एक तरफ जनता की सेवा करने में जुटी हुई हूं तो दूसरी तरफ छठी मईया की भक्ति भी कर रही हूं." - गरिमा देवी सिकारिया, मेयर, नगर निगम
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