देवघर: देश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के घरों तक नल के माध्यम से जल पहुंचाने के लिए भारत सरकार के द्वारा हर घर नल जल योजना की शुरुआत की गई. इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को पानी के लिए दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसीलिए ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के घरों में नल लगाने की शुरुआत की गई. करोड़ों घरों में नल के माध्यम से पानी पहुंचाने की बात कही जा रही है, लेकिन झारखंड में इस योजना की बात करें तो इसकी सच्चाई कुछ और ही है.
झारखंड के देवघर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के घरों तक नल से जल पहुंचाने की योजना की क्या सच्चाई है. यह देवघर जिले के भंडारो पंचायत में लगे पाइपों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है. दरअसल देवघर जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में एक साल पहले पाइप लगा दिए गए हैं, लेकिन उस पाइप से घरों में पानी नहीं आ रहा है. भंडारों पंचायत की महिलाओं ने कहा कि पाइप तो एक वर्ष पहले से बिछे हुए हैं लेकिन पानी की व्यवस्था अब तक नहीं हो पाई है. ग्रामीणों ने बताया कि नल में पानी नहीं आने की सूचना जिले के अधिकारियों को दी गई है लेकिन अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है.
मालूम हो कि हर घर नल जल योजना के तहत वर्ष 2024 तक ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों के घरों तक नल लगाने और उसमें पानी पहुंचाना था लेकिन आज भी देवघर के कई क्षेत्रों में लोगों के घरों में नल से पानी नहीं पहुंच पा रहा है, जिस वजह से भारत सरकार की योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. इसको लेकर जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता संजय प्रसाद बताते हैं कि शिकायत मिलने के बाद अब वह खुद अपने स्तर पर अन्य पदाधिकारियों के साथ निरीक्षण करेंगे और करीब सौ गांव का निरीक्षण करने के बाद सभी जगहों पर लगाए गए नल में पानी पहुंचाना सुनिश्चित करवाएंगे.
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