गया: बिहार विधानसभा उपचुनाव में बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से राजद को बड़ा झटका लगा है. राजद नेता सह जिला परिषद उपाध्यक्ष शीतल प्रसाद यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को पत्र भेजकर इसकी सूचना दी. इस्तीफे को लेकर शीतल प्रसाद यादव ने कहा, कि उन्हें पार्टी में सम्मान नहीं दिया जा रहा था, इसलिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.
कौन हैं शीतल यादवः राजद के पूर्व नेता शीतल यादव बेलागंज विधानसभा क्षेत्र की जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी के देवर हैं. शीतल यादव ने बेलागंज उपचुनाव में मनोरमा देवी को सपोर्ट करने के संकेत दिये हैं. उन्होंने कहा कि हर कोई परिवार का साथ देना चाहता है. जदयू में शामिल होने के संबंध में अभी खुलकर कोई बात नहीं कही है. लेकिन, मनोरमा देवी को सपोर्ट करने की बात कह कर, उन्होंने जदयू में शामिल होने के संकेत दिए हैं.
"राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया हूं. पार्टी में रहकर उपेक्षित महसूस कर रहा था. मुझे कोई पद नहीं दिया गया था. मेरे साथ दर्जनों की संख्या में आए जनप्रतिनिधियों को भी कोई पद नहीं दिया गया था. निश्चित तौर पर परिवार (मनोरमा देवी) के साथ हैं. हर कोई परिवार का साथ देना चाहता है, हमें भी इससे कोई परहेज नहीं है."- शीतल यादव, पूर्व राजद नेता
राजद की बढ़ी मुश्किलः गौरतलब हो, कि शीतल यादव ने लोकसभा चुनाव के दौरान राजद को ज्वाइन किया था. जिला परिषद अध्यक्ष नैना देवी समेत दर्जनों जन प्रतिनिधि उनके साथ राजद में शामिल हुए थे. 60 के करीब मुखिया और 30 जिला परिषद सदस्य राजद में शामिल हुए थे. अब बताया जा रहा है, कि यह सभी शीतल प्रसाद यादव के साथ हैं और राजद छोड़कर जदयू का दामन थामेंगे. इस तरह बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में राजद को बड़ा झटका लगा है. राजद प्रत्याशी विश्वनाथ यादव की मुश्किल बढ़ सकती है.
जदयू को मिल सकती राहतः जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी को अपने देवर शीतल प्रसाद यादव का साथ मिलने से थोड़ी राहत मिली होगी. बता दें कि शीतल प्रसाद यादव का जिले में एक बड़ा जनाधार है. कई पंचायत प्रतिनिधि उनके साथ हैं. माना जा रहा है कि कई जिला परिषद सदस्य और दर्जनों मुखिया जदयू में शामिल हो सकते हैं. बता दें कि बेलागंज उप चुनाव में राजद प्रत्याशी विश्वनाथ यादव, जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी और जन सुराज के प्रत्याशी मोहम्मद अमजद के बीच मुकाबला है.
इसे भी पढ़ेंः
- बेलागंज उपचुनाव : 'मुद्दे' नहीं 'समीकरण' पर अल्पसंख्यक वोटरों की नजर, 'वेट एंड वॉच' की स्थिति
- 30 सालों में कितना बदला बेलागंज? RJD के गढ़ में उपचुनाव पर ग्राउंड रिपोर्ट
- 'आप लाइन क्रॉस किए तो हम भी सीमा पार करेंगे, इसलिए दायरे में रहिए', JDU प्रत्याशी की हुंकार
- 'बेलागंज मेरी बगिया, मैं उसकी सुरक्षा के लिए खड़ा हूं': RJD प्रत्याशी विश्वनाथ यादव का चुनावी ऐलान