बेगूसराय: निर्वाचन आयोग द्वारा दिल्ली के विज्ञान भवन में लोकसभा चुनाव के तारीकों की घोषणा करते ही देश भर में आचार संहिता लागू हो गया. जिसके साथ ही प्रशासनिक हरकत में आ गई है. बेगूसराय में शनिवार को निर्वाचन आयोग की घोषणा के बाद से ही प्रशासन ने सार्वजनिक स्थानों से होर्डिंग, बैनर, पोस्टर आदि प्रचार सामग्रियों को हटवाना शुरू कर दिया.
होर्डिंग को तेजी से हटाया गया: मिली जानकारी के अनुसार, जिला मुख्यालय के समाहरणालय आदि जगहों पर राजनीतिक दलों के होर्डिंग को तेजी से हटाया जाने लगा है. इसके अलावा सरकारी कार्यालयों पर भी सरकार की उपलब्धियां बताने वाले कई बड़े-बड़े होर्डिंग और बैनर को भी उतारा जा रहा है. बेगूसराय में सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर लगी प्रचार सामग्री को पुलिस टीम की मौजूदगी में हटाया गया.
एक्शन में आया प्रशासन: वहीं, कार्रवाई के दौरान जिला के अपर समाहर्ता राजेश कुमार, उप विकास आयुक्त सोमेश बहादुर माथुर एवं वरीय समाहर्ता किशन कुमार मौजूद रहे. इसके अलावा बेगूसराय सदर क्षेत्र में भी प्रशासन हरकत में दिखाई पड़ा. उन्होंने अलग-अलग पार्टियों के होर्डिंग व बैनर को उतरवाया प्रचार सामग्रियों से पटे प्रमुख चौराहों का नजारा बदला. बता दें कि सारे होर्डिंग और बैनर हटाए जाने का अभियान तेज कर दिया गया. यह जानकारी प्रभारी मिडिया प्रभारी किशन कुमार ने जानकारी दी.
तारीखों के ऐलान के बाद पार्टियों में बढ़ी हलचल : चुनाव की घोषणा होते ही सभी पार्टियों ने कमर कस ली है. सभी पार्टियां बिहार में वैसे ही चुनावी मोड में आ चुकी हैं. टिकटों को लेकर माथापच्ची जारी है. एनडीए और इंडिया ब्लॉक के सदस्य दल टिकट बंटवारे को लेकर हर समीकरण को ध्यान में रखकर ऐलान करने की ओर बढ़ रहे हैं. देश के साथ ही बिहार में भी चुनावी रणभेरी बज चुकी है.
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