जयपुर : पुराने टायर, खराब कैरेट, इलेक्ट्रिसिटी पोल और दूसरे अनुपयोगी सामान को इस्तेमाल करते हुए जयपुर में वेस्ट टू वंडर पार्क विकसित किया जा रहा है. ये स्थानीय लोगों के साथ-साथ बच्चों को भी लुभा रहा है. यहां स्वच्छता ट्रेन मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. इस संबंध में उद्यान शाखा के उपायुक्त नेहा मिश्रा ने बताया कि फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मानसरोवर जोन में वेस्ट टू वंडर पार्क विकसित किया गया है. इसका काम अगले 10 दिन में पूरा का हो जाएगा.
टायर और कैरेट से प्लांटेशन : ग्रेटर नगर निगम की ओर से मानसरोवर के डी पार्क में वेस्ट टू वंडर पार्क बनाया गया है, जिसमें अनुपयोगी सामान से कलाकृतियां बनाई गई हैं. यहां फिलहाल 12 आर्टिकल तैयार किए गए हैं, जिसमें पुराने सेकेंडरी स्टोरेज बिन से बनी हुई ट्रेन, कबाड़ से बनाई गई बाइक, बैठने के लिए प्लास्टिक से बनी हुई चेयर शामिल है. यहां टायर और कैरेट का इस्तेमाल करते हुए प्लांटेशन किया गया है.
ग्रेटर नगर निगम के महापौर सौम्या गुर्जर ने बताया कि वेस्ट टू वंडर में कचरे में जो भी रिसाइकिल होने वाला मटेरियल मौजूद होता है, उससे फर्नीचर और स्कल्पचर तैयार किया जा रहे है. इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण में कबाड़ और कचरे को रिसाइकल कर नवाचार करने का प्रावधान भी शामिल किया गया है. ऐसा करने वाले नगरीय निकाय को अंक भी मिलेंगे. ऐसे में ग्रेटर नगर निगम के सभी जोन में एक वेस्ट टू वंडर पार्क विकसित किया जाएगा.
इस तरह विकसित किया जा रहा अनोखा पार्क :
- टायर से बनाए गए 'मिनियन' और अन्य कार्टून कैरेक्टर
- प्लास्टिक वेस्ट से तैयार किया गई बैठने की चेयर
- कैरेट से तैयार किया गया गेट
- कैरेट और टायर्स में किया गया प्लांटेशन
- पुराने लोहे से तैयार की गई बोतल और रोबोट
- स्वच्छता ट्रेन में बनाए गए कई कार्टून कैरेक्टर दे रहे स्वच्छता का संदेश.