लातेहारः पशुओं के प्रजनन काल में खलल डालना लोगों के लिए महंगा साबित हो रहा है. इसी कड़ी में लातेहार जिले के बारेसांड़ वन क्षेत्र अंतर्गत मायापुर गांव निवासी कामेश्वर लोहरा पर रविवार को जंगली भालू ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. हालांकि कामेश्वर के साथ जंगल गए अन्य ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए भालू को भागने पर मजबूर कर दिया, जिससे कामेश्वर की जान बच गई. लेकिन इस घटना में कामेश्वर गंभीर रूप से घायल हो गए.
दरअसल, कामेश्वर लोहरा गांव के कुछ अन्य ग्रामीणों के साथ खुखड़ी चुनने के लिए जामुनताड़ जंगल गए थे. इसी बीच घने जंगल में अचानक एक भालू ने उन पर हमला कर दिया. भालू के हमले से कामेश्वर जमीन पर गिर पड़े. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और हाथ में लिए कुदाल के सहारे भालू से बचने की कोशिश करने लगे. उन्होंने जोर-जोर से चिल्लाना भी शुरू कर दिया. इधर, कामेश्वर की आवाज सुनकर उनके साथ जंगल गए अन्य ग्रामीण उधर दौड़े और चिल्लाना शुरू कर दिया. अचानक कई लोगों को आता देख भालू जंगल की ओर भाग गया.
वन विभाग को दी गई सूचना
इस बीच स्थानीय ग्रामीणों ने घटना की सूचना स्थानीय वन विभाग को दी. घटना की जानकारी मिलने के बाद रेंजर तरुण कुमार सिंह ने तत्काल वनकर्मियों को मौके पर भेजकर घायल ग्रामीण को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. जहां घायल कामेश्वर का इलाज कराया गया. इधर, रेंजर तरुण कुमार सिंह ने घायल ग्रामीण से मुलाकात कर पूरी स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने घायल के इलाज के लिए प्रावधान के तहत सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराने की बात भी कही. साथ ही कहा कि घायल कामेश्वर के इलाज के लिए तत्काल कुछ आर्थिक मदद भी दी जाएगी.
घने जंगलों में जाने से बचें ग्रामीण
इस बीच रेंजर तरुण कुमार सिंह ने ग्रामीणों से पलामू टाइगर रिजर्व के घने जंगलों में जाने से बचने की अपील की. उन्होंने कहा कि अभी जानवरों का प्रजनन काल चल रहा है. इस कारण जानवर आक्रामक हो जाते हैं. जंगलों में लोगों के आने-जाने से जानवरों की प्रजनन प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिसके कारण जानवर आक्रामक हो जाते हैं और जंगल में जाने वाले लोगों पर हमला कर देते हैं. उन्होंने आम लोगों से घने जंगलों में जाने से बचने की अपील की. रेंजर द्वारा सभी वन कर्मियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे ग्रामीणों को अनावश्यक रूप से जंगल में न जाने की सलाह दें.
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