जगदलपुर: 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में छत्तीसगढ़ की बस्तर लोकसभा सीट पर चुनाव हुए. धुर नक्सल प्रभावित बस्तर में चुनाव संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने जी जान लगा दिया. चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारी भी काफी उत्साहित नजर आए. कुछ छिपपुट नक्सली घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हुआ. लेकिन इस दौरान कुछ ऐसे चुनाव कर्मियों के बारे में भी पता चला जिनकी बस्तर इलेक्शन में ड्यूटी लगने के बाद भी वे अपना काम करने नहीं पहुंचे. ऐसे मतदानकर्मियों पर एक्शन लिया गया है.
शिक्षा विभाग के 3 कर्मचारी निलंबित: चुनावी ड्यूटी में बिना बताए गायब रहने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने सख्ती दिखाते हुए शिक्षा विभाग के तीन कर्मचारियों पर कार्रवाई की है. तीनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. तीनों कर्मचारियों पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा 1966 नियम 9 के तहत कार्रवाई की गई है.
बस्तर लोकसभा चुनाव के दौरान लापरवाही पर कार्रवाई: प्रधान अध्यापक संजय मिश्रा, प्रधान पाठक रविन्द्र कुमार नाग और व्याख्याता अखिलेश कुमार त्रिपाठी पर कार्रवाई की गई. तीनों कर्मचारियों में एक को मतदान अधिकारी क्रमांक 1 व 2 कर्मचारियों की पीठासीन अधिकारी के तौर पर ड्यूटी लगाई गई थी. इनकी अनुपस्थिति में रिजर्व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर बस्तर चुनाव का काम पूरा किया गया.