बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सीट पर पहले चरण में यानी कि 19 अप्रैल को वोटिंग है. बुधवार शाम को चुनाव प्रचार भी यहां थम जाएगा. इस बीच ईटीवी भारत की टीम बस्तर के वोटरों का मन टटोलने के लिए बस्तर के साप्ताहिक बाजार पहुंची. ईटीवी भारत के संवाददाता ने साप्ताहिक बाजार में मौजूद ग्रामीणों से मतदान को लेकर बातचीत की. इस दौरान वोटरों ने पेयजल को लेकर खुलकर बात की. यहां के वोटर्स शुद्ध पेयजल के लिए मतदान करेंगे.
नेता वादे तो करते हैं पर उसे पूरा नहीं करते: ईटीवी से बातचीत के दौरान एक वोटर ने कहा कि, "चुनाव को लेकर क्या कहूं. यहां जनप्रतिनिधि आते हैं वोट मांगते हैं और चले जाते हैं. विकास तो होता नहीं है." वहीं, एक अन्य मतदाता ने कहा, "नेता वादे तो करते हैं पर उसे पूरा नहीं करते. जब भी हम नेताओं को याद करते हैं, उनके वादों को याद करते हैं, तब हमें गिल्टी महसूस होती है, लेकिन इस बार हमें बदलाव चाहिए. 10 साल मोदी को देख लिए, अब देश में राहुल गांधी को देखना चाहते हैं."
पेयजल के लिए वोटर्स करेंगे मतदान: वहीं, एक महिला मतदाता ने कहा कि, "मुझे महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है, लेकिन सरकार ने पक्के घर का भी आश्वासन दिया है पर घर बनना शुरू नहीं हुआ है. जो होना चाहिए. गरीबी को दूर करने की बात कही है. इसके अलावा पानी की समस्या इस क्षेत्र में सबसे अधिक देखने को मिली है." इसके अलावा अन्य महिला वोटर ने भी पानी की समस्या की ही बात कही. किसी ने कुएं से पानी पीने की बात कही. किसी ने झरिए से पीने की बात कही. वहीं, किसी ने कहा कि अमृत मिशन योजना के तहत पाइप लाइन हुई है, लेकिन उसमें पानी 1 साल से नहीं आ रहा है."
दरअसल, जगदलपुर विधानसभा के चिंगपाल में लगे सप्ताहिक बाजार में पानी के लिए महिलाओं को 1 किलोमीटर तक जाना पड़ता था. यहां के लोग गंदा पानी, लाल पानी और आयरन वाली पानी पीने को मजबूर हैं. यही कारण है कि यहां के लोग शुद्ध पेयजल के लिए मतदान करने की बात कह रहे हैं.