मथुरा: अक्षय तृतीया पर्व पर बांके बिहारी मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. अब तक तीन लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. बांके बिहारी मंदिर में आज करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. साल में एक दिन ठाकुर बांके बिहारी जी के चरणों के दर्शन कराए जाते हैं. इस दिन शीतल जल और सतुआ का भोग लगाया जाता है. मंदिर प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए नई गाइड लाइन जारी की गई है. बीमार, बुजुर्ग और छोटे बच्चों को मंदिर में न आने की अपील की गई है. जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन द्वारा नियमों का पालन कराया जा रहा है. सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लग गया. दोपहर 12 बजे तक ही मंदिर में लाखों भक्त पहुंच गए. शाम तक और भीड़ होने का अनुमान है.
बांके बिहारी मंदिर में पहुंचें लाखों श्रद्धालु: वैसे तो हर रोज वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए दूर-दराज से आते हैं. लेकिन, विशेष पर्व अक्षय तृतीया पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आज वृंदावन पहुंचेंगे. दर्शन की व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं की गई है. कई रूट डायवर्ट किए गए हैं, तो वहीं श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि प्रशासन द्वारा बनाए गए मार्गों का ही प्रयोग किया जाए. अब तक 3 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.
ये है नई गाइड लाइन : मंदिर प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए नई गाइड लाइंस जारी की गईं हैं. गर्मी का मौसम होने के कारण मंदिर में प्रवेश करने के साथ पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था की गई है. मंदिर प्रशासन द्वारा कहा गया है, कि बुजुर्ग, छोटे बच्चे और बीमार व्यक्ति मंदिर में दर्शन करने के लिए न लेकर आएं. अपने साथ पानी की बोतल और पेयजल जरूर लेकर आएं. खाली पेट न रहें. समय पर दवाई और भोजन भी करते रहें. गर्मी का मौसम और तापमान अधिक होने के कारण लोग बीमार हो जाते हैं. मंदिर प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइड लाइंस का ही पालन किया जाए.
साल में एक दिन होते हैं चरण के दर्शन: ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए हर रोज श्रद्धालुओं का आगमन होता है. लेकिन, अक्षय तृतीया पर्व पर ठाकुर बांके बिहारी जी अद्भुत और आकर्षक सुंदर दिखने वाली पोशाक धारण करते हैं. बगलबंदी सर पर मुकुट और कमर में बांसुरी लगाए रहते हैं. लेकिन, अक्षय तृतीया पर्व पर ठाकुर बांके बिहारी जी के चरणों के दर्शन भी होते हैं. भगवान चरणों में सोने की पायल धारण करते हैं और भक्तों को दर्शन देते हैं. अक्षय तृतीया पर्व पर दूर दराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कुछ मार्गों पर रूट डायवर्जेट किया गया है. ताकि, दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो.
11 मई तक इन मार्गों पर रहेगा रूट डायवजर्न: छटीकरा से कस्वा वृन्दावन की ओर समस्त प्रकार भारी कॉमर्शियल वाहन पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेंगे. छटीकरा-वृदांवन मार्ग पर मल्टीलेबल पार्किंग स्थल से आगे किसी प्रकार का वाहन नहीं जा सकेगा. वैष्णोदेवी पार्किंग से सभी प्रकार की बड़ी बसें एवं छोटी बसें वृन्दावन की ओर पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगी.
रुकमणि बिहार गोलचक्कर से वृन्दावन की ओर समस्त प्रकार के भारी वाहन पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेंगे. मथुरा-वृदांवन मार्ग पर सौ सैया से आगे सभी प्रकार के भारी चार पहिया वाहन प्रतिबन्धित रहेंगे. वृन्दावन कट, पानीगांव से वृन्दावन की ओर सभी प्रकार के भारी वाहन पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेंगे. पानी घाट तिराहे (यमुना पुल) से परिक्रमा मार्ग की ओर वृन्दावन के लिए सभी प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेंगे.
पानीगांव चौराहा से सौ-सैया कस्वा वृन्दावन की ओर समस्त प्रकार के भारी कॉमर्शियल वाहन पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेंगे. पुलिस चौकी जैत के पास कट से एनएच-2 से तथा परिक्रमा मार्ग कट एनएच -2 से भारी वाहन हल्के वाहन सुनरख रोड वृन्दावन की ओर कोई वाहन प्रवेश नहीं करेगा.गोकुल रेस्टोरेन्ट और मसानी चौराहा से कस्वा वृन्दावन की ओर समस्त प्रकार के भारी वाहन पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेंगे.
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