जयपुर. अब राजस्थान पुलिस के जवान और अधिकारी वर्दी में सोशल मीडिया पर रील्स या स्टोरी अपलोड नहीं कर सकेंगे. राजस्थान पुलिस के मुखिया डीजीपी यूआर साहू ने सख्ती दिखाते हुए पुलिस की वर्दी में रील्स या वीडियो स्टोरी बनने पर पाबंदी लगा दी है. इस संबंध में मंगलवार को राजस्थान पुलिस के मुखिया यूआर साहू ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है.
राजस्थान पुलिस के मुखिया डीजीपी यूआर साहू के मुताबिक प्रदेश में सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर वर्दी में 'गैर पुलिसिंग मुद्दों' पर वीडियो, रील या स्टोरी अपलोड करने वाले पुलिसकर्मियों पर सख्त विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. डीजीपी यूआर साहू ने बताया कि पुलिसकर्मियों की ओर से वर्दी में स्वयं के वीडियो, रील और स्टोरी जिनका पुलिस कार्य से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं होता है, उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट या अपलोड करना पुलिस नियमों के खिलाफ है. इससे विभाग की गरिमा और छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
डीजीपी यूआर साहू ने प्रदेश के सभी एसपी, कमांडेंट और अन्य पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि भविष्य में किसी भी पुलिसकर्मी की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पुलिस कार्य से संबंधित कार्य के अलावा अन्य किसी भी प्रकार के वीडियो, रील, स्टोरी तैयार कर पोस्ट और अपलोड नहीं की जाएं. नियंत्रक अधिकारी इस प्रकार की पोस्ट करने वाले कार्मिकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित करें.
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डीजीपी ने पुलिस कर्मियों से आह्वान किया है कि पुलिस वर्दी हमारी प्रतिबद्धता, समर्पण और जनता के प्रति हमारी जवाबदेही का प्रतीक है. इसका उपयोग करते समय हमें अत्यधिक सावधानी और गंभीरता बरतनी चाहिए. वर्दी में अनुचित सामग्री का प्रसारण न केवल अनुशासनहीनता का प्रतीक है, बल्कि यह जनता के बीच विश्वास को भी कमजोर करता है.