पंचकूला: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की लगातार तीसरी हार के बाद पार्टी में लगता है कि कुछ ठीक नहीं चल रहा. एक तरफ हाई कमान सूबे के प्रमुख नेताओं के साथ हार का मंथन कर रहा है, तो दूसरी तरफ नेताओं और कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की जा रही है. दरअसल कांग्रेस ने पार्टी प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा को पार्टी ने 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया है.
जिसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधा. बालमुकुंद ने कांग्रेस की हार का जिम्मेदार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उदयभान को बताया. उन्होंने तल्ख तेवर में कहा कि कांग्रेस का बंटाधार भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया है.
30 साल सेवा की 30 मिनट में निकाला: बालमुकुंद शर्मा ने कहा कि मैं तीस साल से कांग्रेस में हूं, लेकिन प्रदेश कांग्रेस ने उन्हें निकालने में तीस मिनट भी नहीं लगाए. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मिले पत्र में उन्हें पार्टी से बर्खास्त होने बारे पता लगा, लेकिन जो पत्र उन्हें जारी किया गया है. उसमें फर्जी हस्ताक्षर किए गए हैं.
प्रदेश अध्यक्ष या भूपेंद्र सिंह हुड्डा जिम्मेदारी लें: बालमुकुंद शर्मा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद मंथन का दौर चला और पार्टी में हाहाकार मची. उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष या भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, लेकिन ऐसा करने के बजाय ये उनकी आंख में खटकने वालों को पार्टी से बर्खास्त कर रहे हैं. बाल मुकुंद ने कहा कि उनके तीस साल के राजनीतिक इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी को "कारण बताओ" नोटिस दिए बिना पार्टी से बर्खास्त किया गया है. जबकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हार की जिम्मेदारी नहीं ली. उन्होंने यहां तक कहा कि कांग्रेस की ओर से इन दिनों जो टीवी डिबेट में शामिल हो रहे हैं, वे ऑफिशियल प्रवक्ता नहीं हैं.
अशोक तंवर को बनाया जाना था प्रदेश अध्यक्ष: बालमुकुंद शर्मा ने कहा कि हार के बाद मंथन चल रहा था कि प्रदेश अध्यक्ष समेत तमाम लोगों को बदला जाएगा. इसके अनुसार अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात चली. उनके अलावा चार अन्य नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की बात चली. कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में आदित्य सुरजेवाला, दूसरे ओबीसी चेहरे चिरंजीव राव, तीसरे बाल मुकुंद खुद और चौथा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ही गुट से कोई होना था. बालमुकुंद ने कहा कि उनका नाम कार्यकारी अध्यक्ष के लिए सामने आने पर उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया.
अशोक अरोड़ा बनेंगे नेता प्रतिपक्ष? बालमुकुंद शर्मा ने कहा कि मैंने किसी एक बातचीत में अशोक अरोड़ा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की बात कही थी और इस बात पर वो आज भी कायम हैं. हालांकि इस बारे में फैसला पार्टी को लेना था. लेकिन प्रदेश कांग्रेस ने उनके उसे वक्तव्य को आधार बनाकर उन्हें बिना कारण बताओ नोटिस जारी किए पार्टी से निष्कासित कर दिया.
'राहुल गांधी चाहते थे आप पार्टी से गठबंधन': बाल मुकुंद शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी चाहते थे कि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का आम आदमी पार्टी से गठबंधन हो. लेकिन जयप्रकाश ने अपने बेटे को कलायत से टिकट दिलवाने के चक्कर में गठबंधन नहीं होने दिया. क्योंकि आप के नेता अनुराग ढांडा वहां से टिकट चाहते थे. बाल मुकुंद शर्मा ने अंत में कहा कि वो भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उदयभान को बद्दुआ देते हैं कि भविष्य में वे कभी पंचायत के सदस्य तक नहीं बनेंगे.