बालाघाट। बेशकीमती सघन वनों के साथ साथ बालाघाट में वन्यजीवों की बाहुल्यता भी है. यहां विश्व प्रसिद्ध कान्हा नेशनल पार्क स्थित है, जो बाघों की मौजूदगी के लिए जाना जाता है. लेकिन वन्यजीवों के तस्करों की नजर अब बालाघाट के जंगलों में मौजूद इन बाघों पर है, जो इनका शिकार कर तस्करी की फिराक में रहते हैं. तस्कर चोरी छुपे शिकार जैसी वारदात को अंजाम देते हैं. बालाघाट में बाघों के शिकार का मामला कई बार सामने आया है.
जंगल में करंट बिछाकर किया बाघ का शिकार
एक बार फिर बाघ के शिकार की खबर बालाघाट से आई है, जहां बाघ की खाल सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है, जो बाघ की खाल लेकर बेचने की फिराक में घूम रहे थे. बाघ की खाल को गोंदिया महाराष्ट्र लें जा रहे तीन लोगों को ग्रामीण थाना पुलिस ने घेरा. बंधी कर ग्राम गोंगलई चौक पर इन्हें पकड़ा. आरोपियों ने जंगल में करेंट बिछाकर बाघ का शिकार किया. फिर बाघ की खाल उतार कर बेचने जा रहे थे. तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर अभिरक्षा में जेल भेज दिया.
ये खबरें भी पढ़ें... एसटीआर क्षेत्र में बाघ के शिकार के बाद मचा हड़कंप, प्रदेश के रिजर्व क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी जंगल छोड़ शहर में घुसा आदमखोर तेंदुआ, भैंस को निवाला बनाते कैमरे में हुआ कैद |
पुलिस ने नाकेबंदी कर तस्करों को पकड़ा
आरोपियों में राजेश पिता संतन पन्द्रे, निवासी ग्राम अरंडी, किशोर कुमार पिता उकनलाल टेम्भरे, ग्राम सरेखा और उदल सिंह पिता मंगल सिंह परते, ग्राम अरंडी, थाना गढ़ी हैं. 27 मई को बालाघाट पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि कुछ व्यक्ति बाघ की खाल बेचने के लिए बालाघाट से नवेंगांव होते हुए गोंदिया की तरफ जा रहे हैं. नगर पुलिस अधीक्षक अंजुल अयंक मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस स्टाफ ने साथ तस्करों को पकड़ने ग्राम गोंगलई चौक, गोंदिया रोड पर नाकेबंदी कर 3 व्यक्तियों को रोककर पूछताछ की. जिनके कब्जे से एक बाघ की खाल, एक मोटरसाइकिल सहित अन्य सामग्री जब्त की गई. बालाघाट एसपी समीर सौरभ ने बताया "तीन तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है."