बालाघाट. लोकसभा चुनाव (Loksabha election 2024) में भाजपा के नेता अपनी पूरी ताकत झोंकते नजर आ रहे हैं. वहीं तमाम दिग्गज नेता जनता से जुड़ने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे. वहीं कैलाश विजयवर्जीय भी जनता से जुड़ने के लिए अनोखे अंदाज में नजर आए. शुक्रवार को बालाघाट पहुंचे विजयवर्गीय को देख तब लोग हैरान रह गए जब वे अचानक एक टी स्टॉल पर रुके और खुद चाय बनाने लगे.
कार्यकर्ताओं में जोश भरने पहुंचे थे विजयवर्गीय
शुक्रवार को बालाघाट पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय (Kailash vijaywargiya) अपने चुनावी कैंपेन के साथ कार्यकर्ताओं में जोश भरने आए थे, लेकिन अचानक देर शाम बालाघाट के कालीपुतली चौक पर वे चाय की दुकान देखकर ठहर गए. इस दौरान वे चुलबुल टी-स्टॉल पर जाकर खुद चाय बनाने में जुट गए, जिसे कार्यकर्ता और स्थानीय लोग देखते रह गए. विजयवर्गीय ने इसके बाद यहां पत्रकारों से चाय पर चर्चा की.
पत्रकारों से की चाय पर चर्चा
चाय पर चर्चा के दौरान उन्होंने देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था, 2014 के बाद देश का विकास, बंगाल के संदेशखाली की घटना और खजुराहो लोकसभा सीट से सपा उम्मीदवार के नामांकन रद्द होने पर चर्चा की. इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ' INDI गठबंधन इतना भी समझदार नहीं है कि वह प्रत्याशी का नामांकन सही भर सके, जिससे साफ है कि INDI गठबंधन कितना गैर जिम्मेदार है. चुनावी प्रक्रिया में क्या सावधानी बरतनी चाहिए उन्हें ये भी नहीं पता है.'
2014 के बाद का विकास देख रहा देश
विजयवर्गीय ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ' विपक्ष ने कभी आम आदमी की चिंता नहीं की है, वह केवल वोट बैंक की राजनीति करती है. जबकि भाजपा राजनीति राष्ट्रनीति के साथ करती है. भले ही भाजपा को मंदिर वाली पार्टी कहें लेकिन देश में विकास 2014 के बाद लोगों ने देखा है.'
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बालाघाट के विकास को लगेंगे पंख
विजयवर्गीय ने आगे कहा, ' एक बार फिर देश में डबल इंजन की सरकार बनने जा रही है, जिससे बालाघाट के विकास की गति और तेज होगी. उन्होंने कहा कि भाजपा केवल विकास-विकास और विकास के मुद्दे पर जनता के बीच जा रही है.'