समस्तीपुरः बिहार में एक और निर्माणाधीन पुल गिरने का मामला सामने आया है. समस्तीपुर में बख्तियारपुर ताजपुर के बीच गंगा नदी पर बन रहे पुल का स्पैन गिर गया. पुल का स्पैन टूटने से अफरा-तफरी का माहौल हो गया. शाहपुर पटोरी और मोहिउद्दीननगर के बीच नंदिनी लगुनियां रेलवे स्टेशननंदनी लगुनिया रेलवे स्टेशन के पास रविवार की रात की घटना है. जानकारी मिलने के बाद पुल निर्माण कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और रात के अंधेरे में सबूत मिटाने में जुट गए.
बख्तियारपुर ताजपुर महासेतु का स्पैन गिरा : पुल का स्पैन गिरने के दौरान कोई हताहत की सूचना नहीं है. जानकारी के अनुसार कंपनी के अधिकारियों ने सूचना मिलने के बाद आनन-फानन में पुल का मलवा हटवाने लगे. इस काम में जेसीबी को लगाया है. स्थानीय लोगों का मानना है कि अधिकारी सबूत मिटाने के लिए मलवा को मिट्टी में दबा दिया लेकिन सबूत मिटाने में नाकामयाब रहे.
नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्टः बता दें कि सीएम नीतीश कुमार का यह पुल ड्रीम प्रोजेक्ट है. बख्तियारपुर ताजपुर के बीच गंगा नदी में 4 लेन वाला पुल का निर्माण हो रहा है. इसकी लागत 1603 करोड़ रुपए है. पुल का स्पैन गिरने से निर्माण की गुवत्ता पर सवाल उठने लगा है. लोगों का मानना है कि निर्माण कंपनी की लापरवाही के कारण पुल का हिस्सा गिरा है. हालांकि इस घटना को लेकर कंपनी के अधिकारी ने अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि स्लैब में खराबी आने के कारण उसे गिराया गया है.
"निर्माणाधीन पुल के उक्त स्लैब में गड़बड़ी आ गयी थी. इसलिए उस हिस्से को गिरा दिया गया है. यह कोई हादसा नहीं है. अपने आप स्पैन नहीं गिरा है." -जोसेफ, कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर
कुछ दिन पहले ही लगाया गया था स्पैनः पुल का निर्माण नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के द्वारा कराया जा रहा है. जिसमें गंगा पर बना रहे पुल के अलावा 45 किलोमीटर एप्रोच रोड बनाने की योजना है. एप्रोच रोड के तहत नंदिनी लगुनिया रेलवे स्टेशन के ऊपर से पुल का निर्माण चल रहा था. दो पिलर के बीच स्पैन लगाया जा चुका था. कुछ माह पूर्व ही यह स्पैन लगाया गया था, किंतु रविवार की देर शाम यह स्पैन गिरकर गिर गया.
55 फीसदी ही काम हुआ है पूराः पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के क्षेत्र को जोड़ने के लिए इस महत्वाकांक्षी योजना का निर्माण 2011 में प्रारंभ कराया गया था. इसे 2016 में पूरा कर लिया जाना था किंतु कार्य पूरा न होने पर इसकी अवधि बढ़ाकर 2018 फिर 2020 कर दी गई. फिलहाल अभी 55 फिसदी काम ही पूरा हुआ है, किंतु इस अधूरे काम में ही पुल का स्पैन क्षतिग्रस्त होकर गिर गया. स्पेन गिर जाने से अब इसकी गुणवत्ता पर प्रश्न उठने लगा है.
सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोपः इधर, पुल का स्पैन गिरने के कारण राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गयी है. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने सरकार पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. राजद प्रवक्ता का कहना है कि बिहार में संस्थागत भ्रष्टाचार हावी हो गया है. यह विभाग शुरू से ही भारतीय जनता पार्टी के पास रही है. इसको मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संरक्षण दे रहे हैं. बिहार में लगातार पुल गिर रहे हैं लेकिन नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं.
"1603 करोड़ से ज्यादा की लागत से बन रहे इस महासेतु का निरीक्षण कई बार मुख्यमंत्री और मंत्री अधिकारी कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद इस पुल का स्पैन टूटना भ्रष्टाचार का सबूत है. सीएम नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं." - शक्ति सिंह यादव, आरजेडी प्रवक्ता
तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोपः दूसरी ओर राजद के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार का मानना है कि कोई भी यदि पुल गिरता है तो उसका सारा जवाबदेही ठीकेदार की होती है. बख्तियारपुर में जो घटना घटी है, सरकार उसको लेकर बहुत ही गंभीर है. इस दौरान बीजेपी ने उल्टे राजद पर ही पुल के रख रखाव वाली स्कीम को बंद करने का आरोप लगाया है.
"2021 में नितिन नवीन जब पथ निर्माण मंत्री थे तो उन्होंने पुलों के रखरखाव के लिए एक नयी स्कीम लायी थी, लेकिन तेजस्वी यादव के मंत्री बनते ही इस स्कीम को बंद कर दिया गया. इस कारण कुछ परेशानी हो रही है. इस तरीके की घटना दुखद है, लेकिन राजद जिस तरीके से इस मुद्दे को उठा रही है उससे लग रहा है कि उनको एक राजनीति करने का मुद्दा मिल गया." -नीरज कुमार, बीजेपी प्रवक्ता
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