बागपत : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. नरेंद्र मोदी के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद एक बार फिर से वाराणसी लोकसभा सीट चर्चा में आ गई है. वर्ष 2014 में आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल ने मोदी के सामने चुनाव लड़ा था. वर्ष 2019 में कांग्रेस के अजय राय ने चुनाव मे ताल ठोंकी थी. दोनों ही चुनावों में वराणसी ने नरेंद्र मोदी को बड़ा जनादेश देकर लोकसभा भेजा था. अब 2024 के चुनावों में बागपत के पूर्व फ़ौजी नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए बुधवार को वाराणसी के लिए ट्रेन पकड़ ली है.
खेकड़ा कस्बे के रहने वाले पूर्व फौजी सुभाष चंद कश्यप ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि वह वराणसी से मोदी के सामने चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री में अब देशभक्ति का वो जज्बा नहीं रहा, जो 2014 में था. पीएम मोदी कहते थे कि जिस देश की मुद्रा गिर जाती हैं, उस देश का राजा भी गिर जाता है, लेकिन आज रुपया कहां हैं और डॉलर कहां है. भाजपा ने पाकिस्तान से भी चंदा ले लिया है. वराणसी की जैसी तस्वीर मोदी जी पेश करते हैं, वैसा कुछ है नहीं. पूर्व फौजी ने कहा कि जनता के बीच जा कर जनता को जागरूक करूंगा. अबकी बार वाराणसी में नरेंद्र मोदी और उसके बीच ही मुकाबला है.
बता दें, बागपत के पूर्व फ़ौजी सुभाष चंद कश्यप बागपत लोकसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं. राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी सुभाष चंद कश्यप ने ताल ठोंकी थी. लेकिन राष्ट्रपति चुनाव की औपचारिकता पूरी न कर पाने के कारण चुनाव नहीं लड़ पाए. बहरहाल प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए सुभाष चंद कश्यप ने तमाम तैयारी कर ली हैं और बुधवार को ट्रेन से वाराणसी के लिए रवाना हो गए हैं.