भोपाल। बहुत कम समय में बड़े कथाकारों को पीछे करते हुए सबसे चर्चित कथाकार बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की धमक इस्लामिक देश दुबई में भी होने लगी है. वह दुबई पहुंच चुके हैं. बागेश्वर धाम सरकार का दरबार दुबई में लगेगा. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दुबई में 22 से लेकर 26 मई तक दरबार लगाएंगे. इस दौरान दुबई में धीरेंद्र शास्त्री दुबई 3 दिवसीय हनुमान कथा भी करेंगे. दुबई में बसे हिंदू समुदायों के आग्रह पर वह वहां पहुंचे हैं.
बागेश्वर धाम सरकार ने दी दुबई यात्रा की पूरी जानकारी
बागेश्वर धाम सरकार ने अपनी दुबई यात्रा की पूरी जानकारी अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर दी है. इसमें कहा है "दुबई में होने वाले दरबार व कथा के लिए श्रद्धालुओं से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा." अपने ट्वीटर X पर बागेश्वर धाम सरकार ने लिखा “दुबई के सभी प्रियजनों आत्मीयजनों को बताते हुए हमें प्रसन्नता है कि हम 22 मई से 26 मई तक दुबई में रहेंगे. पांच दिन की यात्रा रहेगी, जिसमें तीन दिन कथा के रहेंगे. बाकी 2 दिन सबको मिलेंगे, सब कुछ निःशुल्क रहेगा. हमारे प्रियजन और बागेश्वर धाम के परिवारजन हमको बुला रहे हैं. आप सबने मिलकर तैयारी की है, आपको अफवाहों से बचना है."
दुबई के बड़े बिजनेसमैन भी हुए भक्त
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम की प्रसिद्धि दुनिया में पहुंची है. बागेश्वर धाम के दर्शन के लिए दुनियाभर से लोग आने लगे हैं. खास बात ये है कि अब दुबई के बड़े बिजनेसमैन भी बागेश्वर धाम सरकार के भक्त बनते जा रहे हैं. दुबई में रहने वाले बड़े बिजनेसमैन डॉ. अब्दुल्ला भी कुछ दिन पहले बागेश्वर धाम पहुंचे थे. उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी से मुलाकात की थी. अब्दुल्ला कई बड़ी कंपनियों के मालिक हैं. अब्दुल्ला ने धीरेंद्र शास्त्री से मिलने के बाद एक तस्वीर जारी की थी. जिसमें वह धीरेंद्र शास्त्री के साथ दिख रहे हैं.
बागेश्वर धाम सरकार की दुबई यात्रा क्यों चर्चा में
गौरतलब है कि बागेश्वर धाम सरकार ने पिछले सप्ताह नेपाल में कथा की. नेपाल हिंदू राष्ट्र है. वहां पर बागेश्वर धाम सरकार की कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े. बता दें कि बागेश्वर धाम सरकार भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की वकालत कर रहे हैं. उनके बयानों को लेकर कई बार विवाद भी हो रहे हैं. नेपाल में कथा करने के बाद वह दुबई के लिए रवाना हो गए. चूंकि संयुक्त अरब अमीरात इस्लामिक देश है. इसलिए बागेश्वर धाम सरकार की ये यात्रा बहुत अहम है और चर्चा के केंद्र में भी है.