प्रयागराज : संगमनगरी को महाकुम्भ मेले से पहले हनुमान मंदिर कॉरिडोर के रूप में एक और सौगात मिल गई है. संगम किनारे स्थित प्राचीन और पौराणिक महत्व वाले लेटे हनुमान मंदिर के अंदर बाहर करीब 40 करोड़ रुपये की लागत से हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण होगा. मंगलवार को प्रयागराज विकास प्राधिकरण के वीसी और प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अफसरों और एसएसपी कुम्भ के साथ लेटे हनुमान मंदिर के महंत बलवीर गिरि ने भूमिपूजन किया. इस दौरान महंत बलवीर गिरि ने कहा कि इस कॉरिडोर के बनने के बाद श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी.
जनवरी 2025 में शुरू होने वाले महाकुम्भ मेले से पहले प्रयागराज में संगम किनारे स्थित लेटे हनुमान मंदिर के बाहर कॉरिडोर प्रोजेक्ट की नींव रख दी गई है. मंगलवार को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान के साथ हनुमान मंदिर कॉरिडोर के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया. प्रयागराज में पांच महीने बाद आयोजित होने वाले महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए कई तरह के प्रोजेक्ट चल रहे हैं. इसी कड़ी में संगम किनारे स्थित लेटे हनुमान मंदिर परिसर में मंगलवार से कॉरिडोर के निर्माण की शुरूआत कर दी गई है. प्रयागराज में बनने वाला कॉरिडोर काशी विश्वनाथ और विंध्याचल कॉरिडोर की तर्ज पर ही बनाए जाने की योजना है. लेटे हनुमान मंदिर के महंत बलबीर गिरि ने बताया कि 40 करोड़ की लागत से बनने वाले इस कॉरिडोर का निर्माण मंगलवार से शुरू किया गया है.
कुम्भ मेला से पहले नहीं बन पाएगा कॉरिडोर : बलवीर गिरी ने कहा कि 40 करोड़ की लगात से कॉरिडोर का निर्माण करवाया जाएगा, लेकिन कॉरिडोर के निर्माण का कार्य कब तक पूरा होगा, इसके जवाब में कहा कि समय से पूरा किया जाएगा. बताया जा रहा है कि कॉरिडोर के निर्माण का कार्य अलग अलग चरणों मे पूरा किया जाएगा.पहले चरण में कुम्भ मेला के शुरू होने से पहले प्रवेश द्वार व अन्य कार्य किए जाएंगे, उसके बाद पूरे कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा.
कॉरिडोर निर्माण में क्या क्या होगा : लेटे हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण अलग-अलग चरण में किया जाएगा. पहले चरण के लिए काम मंगलवार से शुरू कर दिया गया है. महाकुंभ मेले से पहले प्रथम चरण में बाहरी हिस्से का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद अन्य चरणों का काम शुरू होगा. हनुमान मंदिर का पूरा कॉरिडोर 11589 वर्ग मीटर क्षेत्र में तैयार किया जाएगा. जिसमें से मंदिर का मुख्य परिसर 535 वर्ग मीटर में बनेगा. इसके अलावा अलग-अलग प्रवेश निकास के लि बड़े छोटे द्वार बनाए जाएंगे. कॉरिडोर की दीवारों पर बजरंग बली की आकर्षक आकृतियों को बनाया जाएगा. इसके साथ ही भक्तों के बैठने से लेकर पार्किंग और क्लॉक रूम, शौचालय और पीने के पानी की व्यवस्था रहेगी. वहीं मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए चेकिंग पॉइंट और गार्ड रूम भी बनेगा.