पलामू: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्य के सीएम हेमंत सोरेन पर गंभीर आरोप लगाया है. बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि मंईयां सम्मान योजना को लेकर हेमंत सोरेन ने ही पीआईएल दायर करवाया है. सबको पता है योजना दो महीने में बंद हो जाएगी और योजना को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं थी. इसी वजह से पीआईएल दाखिल किया गया है.
दो महीने में हेमंत सोरेन हट जाएंगे, हलचल पैदा करने के लिए पीआईएल करवाया गया है. जिस व्यक्ति ने पीआईएल किया है वह व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता नहीं है. बाबूलाल मरांडी सोमवार को पलामू दौरे पर थे और कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंईयां योजना को लेकर दाखिल हुए पीआईएल के बारे में मीडिया की तरफ से सवाल पूछे गये थे.
पिछले विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने यह घोषणा की था कि गरीबों को 72000 सालाना देगी, चूल्हा खर्च दो हजार रुपए महीने देने की बात कही थी. एक भी महीना किसी को नहीं दिया, फिर उन्होंने कहा कि था कि ढाई हजार रुपए महीना पेंशन दिया जाएगा लेकिन किसी को नहीं दिया गया. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पहले भी इनके द्वारा कई योजना शुरू हुई है और लोगों को इसका लाभ नहीं मिला है.
ये भी पढ़ें-
आखिर बाबूलाल मरांडी ने क्यों कहा कि दूध के धुले तो हम भी नहीं! पढ़ें रिपोर्ट - Babulal Marandi