पलामूः भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने समीर मोहंती के पत्र की फोरेंसिक जांच की मांग की है. जमशेदपुर से इंडिया गठबंधन से झामुमो प्रत्याशी समीर मोहंती का एक कथित पत्र वायरल हुआ था. बाबूलाल मरांडी ने इस पत्र की फोरेंसिक जांच की मांग की है और साथ ही मामले में चुनाव आयोग को संज्ञान लेने का आग्रह किया है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पलामू दौरे पर है और रविवार को वह मीडिया से बातचीत की. इसी बातचीत के क्रम में बाबूलाल मरांडी ने समीर मोहंती के कथित पत्र का जिक्र करते हुए फोरेंसिक जांच करने की मांग की है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वायरल पत्र से यह जाहिर होता है कि इंडिया गठबंधन ने पूरे राज्य में भर-भर के रुपए खर्च किए हैं. 15, 16 और 17 जून को राज्य भर में लोकसभा चुनाव की समीक्षा की जा रही है. समीक्षा के बाद पार्टी में गए निर्णय लिए जाएंगे. समीक्षा के बाद विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी जाएगी.
संविधान और आरक्षण को लेकर दलित एवं आदिवासियों को किया गया भ्रमित
झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि संविधान और आरक्षण को लेकर दलित एवं आदिवासियों को भ्रमित किया गया. ऐसा नहीं है कि सिर्फ झारखंड में ऐसा हुआ, पूरे देश मे एक तरह से अभियान चलाया गया था. भारतीय जनता पार्टी ने समीक्षा का दौर शुरू किया कई बातें निकल कर सामने आएंगी. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आदिवासी सीट पर हार की समीक्षा की जा रही है. समीक्षा के बाद कई निर्णय लिए जाएंगे.
केंद्र की योजनाओं को लेकर राज्य सरकार पर साधा निशाना
पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इन दिनों राज्य भीषण गर्मी और पेयजल की संकट से जूझ रहा है. केंद्र सरकार ने हर घर को पानी पहुंचाने के लिए हर घर नल जल योजना शुरू की है लेकिन राज्य सरकार इस योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरत रही है. एक तरह से इस योजना को झारखंड में फेल करने की साजिश है. बाबूलाल मरांडी ने कहा के राज्य में लू से होने वाले मौत की मुआवजा के लिए वे राज्य सरकार से बातचीत करेंगे.
क्या लिखा था तथाकथित पत्र में
लोकसभा आम चुनाव 2024 में जमशेदपुर से जेएमएम प्रत्याशी और बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती द्वारा लिखा गया एक तथाकथित पत्र सुर्खियों में है. जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को संबोधित इस पत्र में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस नेता को जमशेदपुर लोकसभा आम चुनाव के दौरान 25 लाख रुपये दिए गए थे. इस राशि में से मतदान के दिन बूथ प्रबंधन के लिए कार्यकर्ताओं के बीच 6,000-6,000 रुपये बांटे जाने थे, लेकिन प्रति बूथ सिर्फ 4,000 रुपये बांटे गए. पूर्वी सिंहभूम कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे पर महागठबंधन धर्म का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है. पत्र में कई अन्य आरोप भी लगाए गए हैं. जारी पत्र पर विधायक समीर मोहंती के हस्ताक्षर और मुहर भी है. यही वजह है कि यह वायरल हो गया.
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