रांची: जेएसएससी पेपर लीक मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पूर्व सीएम हेमंत सोरेन पर हमला बोला है. उन्होंने पेपर लीक में उच्च स्तर पर बैठे लोगों और उनके करीबियों के शामिल होने का आरोप लगाया है. साथ ही हेमंत सोरेन और उनके करीबी मित्र विनोद सिंह पर भी इसमें शामिल होने का आरोप लगाया है. उन्होंने यह आरोप ईडी की ओर से कोर्ट में पेश किए गए हलफनामे के आधार पर लगाया है. इसे लेकर बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया है.
बाबूलाल मरांडी ने अपने पोस्ट में हेमंत सोरेन के करीबी विनोद सिंह के घर से जेएसएससी अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिलने पर सवाल उठाया है. उन्होंने लिखा कि मैं शुरू से कह रहा था कि इतना बड़ा पेपर लीक घोटाला 'ऊपर' की संलिप्तता के बिना नहीं हो सकता. ये बातें मैंने अपने अनुमान के आधार पर कही थीं, लेकिन आज ईडी ने कोर्ट में हेमंत सोरेन की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए जो 12 पेज की जानकारी दी है, उसमें लिखा है कि हेमंत के सखा आर्किटेक्ट विनोद सिंह के मोबाइल फोन और घर से बड़ी संख्या में छात्रों के एडमिट कार्ड बरामद हुए हैं, जिन्हें पैसे लेकर बहाल किया जाना था.
बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा कि सभी जानते हैं कि विनोद सिंह कौन हैं. वह देश-विदेश की सपरिवार यात्रा में हेमंत सोरेन के साथ साये की तरह चलता है. अब यह बात सामने आ गई है कि दलाल विनोद के साथ मिलकर हेमंत सोरेन ने न सिर्फ जमीन लूटी है बल्कि माड़ भात खाकर नौकरी की तैयारी करने वाले इन गरीब बेरोजगार छात्रों को भी लूटा है. इससे बड़ी बेशर्मी क्या हो सकती है कि कोयला, लोहा, पत्थर, बालू और जमीन बेचने वाले हेमंत ने गरीबों की नौकरियां भी बेच दीं.
इस पोस्ट के जरिए बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से जेएसएससी घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा करने की मांग की है.
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