रामपुर: सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान का एक संदेश इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. ये संदेश रामपुर जिला समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष की ओर से पार्टी के लेटर पैड पर जारी किया गया. चिट्ठी में किए गए दावे के मुताबिक आजम खान ने चिट्ठी के जरिए जेल से अपना दर्द बयां किया है.
आजम खान ने अपने जारी संदेश में रामपुर की राजनीति, संभल हिंसा और कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव में मुस्लिमों को वोट नहीं डालने देने का मुद्दा उठाते हुए लिखा है कि, रामपुर की घटनाएं मुस्लिम नेतृत्व को मिटाने की कोशिश का एक हिस्सा है और इन घटनाओं पर इंडियन गठबंधन के नेताओं की चुप्पी से मुसलमानों को अपने भविष्य और अधिकारों पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है. लेटर में ये भी कहा गया है कि मुसलमानों के वोट का यदि कोई अर्थ नहीं है और उनके लिए दमन का कारण बन रहा है तो उन्हें ये विचार करना होगा कि उनके वोट का अधिकार रहना चाहिए कि नहीं. संदेश के अंत में लिखा है कि साजिश के तहत मुसलमानों को अलग-थलग किया जा रहा है और धार्मिक स्थलों को विवादित बनाकर उन्हें खत्म करने की कोशिश की जा रही. आजम खान ने इंडिया गठबंधन से खुलकर अपनी नीति स्पष्ट करने की मांग की है.
आजम खान के हवाले से जारी किए इस पत्र में भले ही सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी को निशाना नहीं बनाया गया लेकिन सियासी गलियारों में इसके मायने निकाले जा रहे हैं. यह संदेश आजम खान ने जेल से समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष को भेजा और उन्होंने इस संदेश को समाजवादी पार्टी के लेटर पेड पर जारी कर वायरल किया. वहीं आजम के संदेश पर मीडिया के सामने समाजवादी पार्टी का कोई भी नेता या जिला अध्यक्ष कुछ भी कहने को तैयार नहीं है.
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