रामपुर/अयोध्याः उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज तथा अल्पसंख्यक कल्याण मुस्लिम वक्फ एवं हज विभाग के मंत्री ओम प्रकाश राजभर जिले के दौरे पर पहुंचे. यहां उन्होंने 100 करोड़ की लागत से बन रहे सद्भावना मंडप के साथ अन्य विकास कार्यों का भी निरीक्षण किया.
इसके बाद मीडिया से बात करते हुए ओम प्रकाश राजभर ने आजम खान और अखिलेश यादव पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि आज़म खान को समाजवादी पार्टी ने फसाया है. वह आजम खान से सीतापुर मिलने के लिए जा रहा थे. तब अखिलेश यादव ने मुझे मना किया और कहा कि आप वहां मत जाइए, हम उनको किनारे लगा रहे हैं.
कोर्ट में आज़म खान के 10 हज़ार रुपये के लिये मोहलत मांगने पर राजभर ने कहा परिस्थितिया होती हैं. कभी राजा जब थे, तब तूती बचती थी अब तो बेचारे जेल में है. अब वह जलवा नहीं रह गया. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी में कद्दावर नेता थे, लेकिन कभी उनको डिप्टी सीएम समाजवादी पार्टी ने नहीं बनाया. सिर्फ उनका इस्तेमाल किया और उनकी कौम का वोट तो लिया. जब हिस्सेदारी देने की बात आई समाजवादी पार्टी को तो हिस्सेदारी नहीं दी. अगर समाजवादी पार्टी ने कानून के दायरे में रहकर किया होता तो आज वह जेल में नहीं होते.
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव ने एक भी मुसलमानों की भर्ती नहीं किया. चार बार सपा की सरकार रही, चाहते तो एक यूनिवर्सिटी खोलकर मदरसा अटैच कर दिए होते. माध्यमिक मदरसा बोर्ड बना दिए होते यूनिवर्सिटी खोलकर जितने भी उनके कॉलेज हैं उसको अटैच कर दिए होते. यह सिर्फ गुमराह करते हैं और बीजेपी के खिलाफ भड़काते हैं और कुछ नहीं है.
मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं अखिलेश यादव: दिनेश लाल यादव
आजमगढ़ महोत्सव में पहुंचे पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने कहा कि मुझे नितंत्रण नहीं मिला फिर भी आया हूं. इसके पूर्व जो डीएम थे, उन्होंने पहले जानकारी दी थी कि ऐसा कार्यक्रम आयोजित करने जा रहे हैं. लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से उनको निमंत्रण नहीं मिल पाया था. उन्होंने कहा कि आजमगढ़ में बहुत अच्छा कार्य हो रहा है. उन्होंने रेलवे लाइन को लेकर धर्मेंद्र यादव पर झूठी बयानबाजी के आरोप पर कहा कि रेलवे लाइन को लेकर जैसे ही बजट आएगा सभी को जानकारी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का चुनाव था, पार्टी का आदेश था इसलिए उन्होंने लोकसभा का चुनाव लड़ा था. लेकिन उनके पास इतना समय नहीं है कि वह विधानसभा का चुनाव लड़ें. वह फिल्म की शूटिंग में ही व्यस्त रहते हैं. इसलिए वह विधानसभा के चुनाव नहीं लड़ सकते हैं. निरहुआ ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश अध्यक्ष अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच मठाधीश व माफिया को लेकर चल रहे बयान बाजी पर कहा कि सबका अपना-अपना नजरिया है. मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश की छवि को सुधारा है. जबकि अखिलेश यादव मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं. इसलिए वह हिंदू और सनातन का विरोध करते हैं.
समाजवादी पार्टी के समाप्तवादी पार्टी बनने का कारण अखिलेश स्वयं बनेंगेः डिप्टी सीएम
उधर, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अयोध्या दौरे के दौरान समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा किए गए ट्वीट पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जब से अखिलेश यादव कांग्रेस के दरबारी बने हैं, तब से उल्टा-सीधा बयान देते हैं. लगता है कि समाजवादी पार्टी के समाप्तवादी पार्टी बनने का कारण वह स्वयं बनेंगे. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जो कमियां रह गई थीं, उन्हें दूर करने का प्रयास है. उपचुनाव में अधिकतम सीट जीतने की कोशिश है. केशव मौर्या ने कहा कि आज अयोध्या सज रही है. राम मंदिर में रामलला विराजमान है. यह तो 1947 में जब देश आजाद हुआ था, उसी समय मंदिर बन जाना चाहिए था. लेकिन मोदी-योगी के सरकार बनने के बाद पूरा हुआ है तो उनके पेट में दर्द होता रहता है, लेकिन इससे भारत झुकाने वाला नहीं है.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आईटीआई के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को चेक वितरित किया. कहा कि इस योजना के अंतर्गत लगभग 20 लाख पंजीकरण हो चुके हैं. 8 लाख लोगों को कौशल प्रशिक्षण भी हो चुका है. उन्होंने कहा कि यह योजना विशेष तौर पर पिछड़े वर्ग और अनुसूचित वर्ग, अनुसूचित जनजाति वर्ग, महिलाओं और युवाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. जिनके पास रोजगार के कोई साधन नहीं है, उन्हें इस योजना का लाभ लेना चाहिए. डिप्टी सीएम ने मंच से कहा कि दीपावली पर चीन के सामानों को न लेकर स्वदेशी अपनाएं. सभी लोग ऐसे सामानों का उत्पादन करें जो आपका समान प्रदेश में, देश में और पूरी दुनिया में भी बेची जाए.
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