जयपुर: जिले के चौमूं निवासी आयुष शर्मा का चयन अमेरिका के शिकागो में होने जा रही न्यूरोसाइंस समिट 2024 के लिए हुआ है. यह समिट 4 से 10 अक्टूबर तक आयोजित होगी, जिसमें आयुष भारतीय प्रतिनिधि के रूप में भाग लेंगे. इसके बाद आयुष इंडियाना यूनिवर्सिटी, ब्लूमिंगटन, में अपनी पीएचडी शोध कार्य के लिए जाएंगे.
आयुष का शोध मस्तिष्क की गंभीर बीमारियों, जैसे पार्किंसन और अल्जाइमर, के इलाज के लिए गोल्ड नैनो पार्टिकल्स के उपयोग पर आधारित है. उनका उद्देश्य नैनोटेक्नोलॉजी के माध्यम से इन बीमारियों को ठीक करने के नए तरीकों को विकसित करना है. इस शोध के लिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल चुकी है और उनकी रिसर्च को भविष्य में चिकित्सा विज्ञान में बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. यह पहली बार नहीं है जब आयुष अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने काम के लिए सराहे गए हैं. इससे पहले वे 2019 में जापान के सकुरा साइंस प्रोग्राम में भी चयनित हो चुके हैं, जहां उन्होंने साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था.
जिले का नाम किया रोशन: शैक्षिक और शोध कार्यों के साथ-साथ आयुष सामाजिक रूप से भी सक्रिय हैं. वे नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के राष्ट्रीय सचिव हैं और छात्र एक्टिविज्म में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. आयुष की इस उपलब्धि से न केवल चौमू बल्कि पूरे जयपुर जिले का नाम रोशन हुआ है. आयुष का कहना है कि वे अपने इस शोध कार्य को और आगे बढ़ाना चाहते हैं ताकि न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव लाया जा सके. उनकी इस उपलब्धि पर उनके परिवार, शिक्षकों और मित्रों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं.