विदिशा। पर्यावरण संरक्षण के लिए एक युवा देश के 21 राज्यों से होकर 11 हजार किलोमीटर की पदयात्रा पूरी कर चुका है. ये युवा मंगलवार को विदिशा पहुंचा. इस जोशीले युवा आशुतोष पांडे का कहना है कि कोरोनाकाल में उसने अपने दो साथियों को खो दिया था. ऑक्सीजन के अभाव में दोनों की मौत हुई थी. इसलिए लोगों को जागरूक करने के लिए वह ये यात्रा कर रहे हैं. आशुतोष ने ये यात्रा दिसंबर 2022 में शुरू की. उनकी यह पद यात्रा 21 राज्यों से होकर आगामी 26 जनवरी 2026 को अयोध्या में पूरी होगी.
स्कूल में हर एडमिशन पर एक पौधा रोपा जाए
आशुतोष पांडे का कहना है कि स्कूल शिक्षा की नीति में बदलाव होना चाहिए. स्कूल में एडमिशन के साथ ही बच्चों के नाम पर पौधे रोपे जाने चाहिए. हर साल पूरे मध्यप्रदेश में 50 लाख और पूरे देश में 20 करोड़ पौधे रोकने और उसका संरक्षण होने की उन्हें उम्मीद है. गौरतलब है कि अयोध्या के रहने वाले आशुतोष पांडे दिल्ली में एक बड़ी कंपनी में नौकरी करते थे. 90 हजार सैलरी थी. पेड़ों के संरक्षण के लिए उन्होंने 16 हजार किलोमीटर की पदयात्रा करने का लक्ष्य बनाया है.
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विदिशा कलेक्टर से मिलकर पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा
आशुतोष पांडे ने विदिशा कलेक्टर से मुलाकात कर यहां सघन वृक्षारोपण करने के संबंध में चर्चा की. आशुतोष ने बताया कि शिक्षा प्रक्रिया में बदलाव जरूरी है, जिसे पर्यावरण से जोड़कर देखा जाए. कोई भी बच्चा जब स्कूल में प्रवेश करता है तो उसके नाम पर एक पेड़ लगाया जाए और देखरेख की जिम्मेदारी स्कूल और बच्चों के पालकों को दी जाए. यदि ऐसा नियम लागू होता है तब सालभर में मध्य प्रदेश में 50 लाख और पूरे देश में 20 करोड़ पौधे हर साल रोपे जाएंगे. उन्होंने दावा किया है अगर इसी प्रकार से पर्यावरण का नुकसान होता रहा तो 2030 तक देश में ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी.