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रामलला को लगने लगी सर्दी, गर्म पानी से कर रहे स्नान, पी रहे पिस्ता मिला गर्म दूध

WINTER RAMLALA CARE : ठंड शुरू होते ही बदल गई रामलला की दिनचर्या. गर्भगृह में अब नहीं चलाया जा रहा कूलर.

सर्दी आने पर रामलला की दिनचर्या में भी बदलाव आ गया है.
सर्दी आने पर रामलला की दिनचर्या में भी बदलाव आ गया है. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 6, 2024, 10:09 AM IST

अयोध्या : सर्दी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. रातें अब ठंडक का अहसास कराने लगी हैं. इसी वजह से राम मंदिर में विराजमान रामलला की दिनचर्या में भी बदलाव कर दिया गया है. ब्रह्म मुहूर्त में रामलला को जगाकर उन्हें गर्म पानी से स्नान कराया जा रहा है. गर्भगृह में कूलर की जगह केवल पंखे का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसी के साथ उनके भोग में भी परिवर्तन किया गया है.

रामनगरी में सुबह के समय कोहरा छाने लगा है. रात में ठंडक होने लगी है. इसी के साथ सभी मठ-मंदिरों में ठंड का अहसास होने लगा है. लोगों ने भी गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक आगामी दिनों में ठंड में इजाफा होगा. इसी को देखते हुए राम मंदिर में विराजमान रामलला की दिनचर्या में भी बदलाव किया गया है.

मंदिर में रामलला 5 साल के बालक के रूप में विराजमान हैं. ऐसे में उनकी सेवा बालक के रूप में ही की जाती है. अब सर्दी आने पर उन्हें इससे बचाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. राम मंदिर के पुजारी अशोक उपाध्याय ने बताया कि रामलला को सुबह 4:30 बजे ही जगाया जाता है. उन्हें गुनगुने गर्म पानी से स्नान कराया जाता है.

पुजारी ने बताया कि बाल भोग में रबड़ी व पेड़ा, काजू, बादाम व पिस्ता भी दिया जा रहा है. गर्मं दूध में पिस्ता मिलाकर भी दिया जाता है. इसके बाद दोपहर के भोजन में पूड़ी व हलवा दिया जा रहा है. ठंड बढ़ने पर कुछ और बदलाव किए जाएंगे. गर्भगृह में कूलर नहीं चलाए जा रहे हैं. दोपहर में सिर्फ पंखे का उपयोग किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें : अयोध्या में राम मंदिर के शिखर निर्माण के लिए रखी गई पहली लेयर, रुड़की के एक्सपर्ट करेंगे गुणवत्ता की जांच

अयोध्या : सर्दी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है. रातें अब ठंडक का अहसास कराने लगी हैं. इसी वजह से राम मंदिर में विराजमान रामलला की दिनचर्या में भी बदलाव कर दिया गया है. ब्रह्म मुहूर्त में रामलला को जगाकर उन्हें गर्म पानी से स्नान कराया जा रहा है. गर्भगृह में कूलर की जगह केवल पंखे का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसी के साथ उनके भोग में भी परिवर्तन किया गया है.

रामनगरी में सुबह के समय कोहरा छाने लगा है. रात में ठंडक होने लगी है. इसी के साथ सभी मठ-मंदिरों में ठंड का अहसास होने लगा है. लोगों ने भी गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक आगामी दिनों में ठंड में इजाफा होगा. इसी को देखते हुए राम मंदिर में विराजमान रामलला की दिनचर्या में भी बदलाव किया गया है.

मंदिर में रामलला 5 साल के बालक के रूप में विराजमान हैं. ऐसे में उनकी सेवा बालक के रूप में ही की जाती है. अब सर्दी आने पर उन्हें इससे बचाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. राम मंदिर के पुजारी अशोक उपाध्याय ने बताया कि रामलला को सुबह 4:30 बजे ही जगाया जाता है. उन्हें गुनगुने गर्म पानी से स्नान कराया जाता है.

पुजारी ने बताया कि बाल भोग में रबड़ी व पेड़ा, काजू, बादाम व पिस्ता भी दिया जा रहा है. गर्मं दूध में पिस्ता मिलाकर भी दिया जाता है. इसके बाद दोपहर के भोजन में पूड़ी व हलवा दिया जा रहा है. ठंड बढ़ने पर कुछ और बदलाव किए जाएंगे. गर्भगृह में कूलर नहीं चलाए जा रहे हैं. दोपहर में सिर्फ पंखे का उपयोग किया जा रहा है.

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