लखनऊ: अयोध्या में 13 साल की नाबालिग के साथ गैंगरेप और उसके बाद उसके गर्भवती हो जाने के मामले में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच सियासी जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. इस मामले का मुख्य आरोपी मोईद खान को अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी बताया जा रहा है. जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है. जबकि अखिलेश यादव ने इस मामले में जब से डीएनए टेस्ट की मांग की है तब से यह हमले और तीखे हो गए हैं. अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि, बच्ची की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए जबकि इस मामले में अदालत को स्वत: संज्ञान लेकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी इसका राजनैतिक लाभ न ले सके.
बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए। बालिका के जीवन की रक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 4, 2024
माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा…
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर अखिलेश यादव ने लिखा है कि, "बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे से अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए. बालिका के जीवन की रक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है. कोर्ट से विनम्र आग्रह है कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं. बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए.
वहीं बलिया दौरे पर आए डिप्टी CM ब्रजेश पाठक अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि, समाजवादी पार्टी के डीएनए में गुंडई है और यह हत्यारों और बलात्कारियों की संरक्षक है.
पीड़ित के परिजनों से मिला बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल
अयोध्या: भारतीय जनता पार्टी का एक डेलिगेशन अयोध्या नाबालिक गैंगरेप पीड़ित परिवार से मुलाकात की और परिवार के दुख दर्द को साझा किया. इस दौरान पीड़ित के मां के आंसू छलक उठे तो मंत्री ने कहा कि एक भी आरोपी नहीं बचेंगे. डेलिगेशन के सदस्यों ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाया कि, सपा सदा सर्वदा अपराधियों को संरक्षण देते चली आ रही है, जिसका जीता जागता नमूना यह घटना है. लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी और पीड़ित परिवार को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा. डेलिगेशन के सदस्य रिपोर्ट को दिल्ली में पेश करेंगे और प्रदेश सरकार से मांग भी करेंगे कि 5 लाख की सहायता को बढ़ाकर 25 लाख कर दिया जाए.
प्रतिनिधिमंडल की सदस्य राज्यसभा सांसद संगीता बलवंत ने कहा कि अब जनता को समझने की आवश्यकता है कि समाजवादी पार्टी पीड़िता के साथ खड़ी है या फिर अपराधी के साथ ? जनता को चाहिए कि ऐसे समाजवादी पार्टी को नकारे और अपराधियों का साथ देने की सजा सुनिश्चित करें. डेलिगेशन के दूसरे सदस्य मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि, बीजेपी हाई कमान के निर्देश पर हम सभी पीड़ित परिवार से मिलने आए हैं, उनसे संपूर्ण जानकारी ली गई है. मोदी योगी की सरकार घटना में कठोर से कठोर कार्रवाई करेगी. अन्य सदस्य बाबूराम निषाद ने कहा कि, परिवार ने किसी भी प्रकार की मांग तो नहीं की है लेकिन प्रदेश सरकार से आग्रह करूंगा कि आर्थिक सहायता 5 लाख से बढ़ाकर 25 लाख कर दिया जाए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति भी पीड़ित परिवार से मिली और उन्हें ढांढस बंधाया, उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का बयान अपने आप में शर्मनाक है, उन्होंने जिस तरह से डीएनए टेस्ट की बात कही है, वह स्पष्ट करता है कि वह एक दबे कुचले परिवार की बच्ची के साथ हुए दुराचार की घटना करने वाले को संरक्षण दे रहे हैं, उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई की है, यह स्वागत योग्य है.
चंद्रशेखर ने मंत्री के रोने पर कसा तंज
अयोध्या: नगीना के सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण रविवार को मिल्कीपुर विधानसभा के दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हुए कहा कि, आज उतर प्रदेश में कानून का कोई नामो निशान नहीं है और अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं. नाबालिक बच्चियों के साथ हो रही घटनाओं को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री के दावे केवल हवा हवाई हैं. नाबालिक गैंगरेप मामले को लेकर कहा कि, घटना के संबंध में अधिकारियों से बात हुई है और हमारी टीम लगातार परिवार के संपर्क में है. आरोपियों पर कार्रवाई हो रही है, जो भी इसमें दोषी हो बचे ना लेकिन जो निर्दोष लोग है उन्हें भी सजा ना मिले. वहीं कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के भावुक होने को लेकर उन्होंने कहा कि, मुझे इस बात का दुख है कि कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद किसी को रोना पड़े और न्याय में देरी हो तो आप किस बात के कैबिनेट मंत्री हो.