शिमला: हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्री नर्सरी की कक्षाएं लगाने का फैसला बेरोजगारों के लिए एक उम्मीद की किरण की तरह है. प्रदेश में प्री नर्सरी स्कूलों में हजारों महिलाओं को अब रोजगार का अवसर मिलने जा रहा है. राज्य सरकार प्री नर्सरी टीचर रखने के साथ इन स्कूलों में शिशुओं की देखभाल के लिए अब आया भी रखने जा रही है. हिमाचल में जिन सरकारी स्कूलों में प्री नर्सरी की कक्षाएं चल रही है, ऐसे स्कूलों में शिशुओं की देखभाल के लिए 6297 आया रखने का फैसला लिया गया है. ऐसे में आया रखने के फैसले को लागू करने के लिए अब क्राइटेरिया तय किया जाएगा. जिसके बाद प्री नर्सरी स्कूलों में शिशुओं की देखभाल को लेकर अभिभावकों की चिंता दूर होगी.
प्री नर्सरी टीचरों की भर्ती की प्रक्रिया जारी
हिमाचल प्रदेश सरकार स्कूलों में प्री नर्सरी टीचरों की भी भर्ती करने जा रही है. जिसके लिए प्रक्रिया चल रही है. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया, "प्रदेश के स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाओं में 25 हजार से ज्यादा शिशु पढ़ाई कर रहे हैं. जिसके लिए सरकार ऐसे स्कूलों में 6297 प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति करने जा रही है. इसके लिए प्रक्रिया चल रही है. प्राइमरी टीचरों की भर्ती का ये कार्य स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कारपोरेशन को सौंपा गया है. प्राइमरी टीचरों की भर्ती आउटसोर्स आधार पर होगी. वहीं, ऐसे स्कूलों में शिशुओं की पढ़ाई के साथ अच्छे से देखभाल भी हो, इसके लिए इन स्कूलों में आया कि भी भर्ती होगी. इसके लिए समग्र शिक्षा का बजार खर्च किया जाएगा."
बता दें कि प्री नर्सरी कक्षा में पढ़ रहे शिशुओं की देखभाल के लिए आया रखने का फैसला रोजगार की तलाश कर रही महिलाओं के लिए उम्मीद लेकर आया है. सरकार के इस फैसले से उन्हें घर द्वार पर रोजगार के अवसर मिलेंगे. इसके लिए क्राइटेरिया तय होते ही शिशुओं की देखभाल के लिए सरकारी स्कूलों में आया कि भर्ती का रास्ता साफ हो जाएगा.